संसद कांड में पुलिस को मिले अहम सुराग…आरोपियों के जले हुए मोबाइल पार्ट्स बरामद…

सामना:- संसद में शून्यकाल के दौरान सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना में पुलिस को आरोपियों के मोबाइल पार्ट्स मिले हैं जिन्हे आरोपियों ने तोड़कर जला दिया था,इसके अलावा आरोपियों के कपडे़, जूते बरामद किए गए हैं ।इस घटना के मास्टरमाइंड कहे जा रहे ललित झा के पास सभी आरोपियों के फोन मौजूद थे,उसने पहले सभी फोन तोड़े और उसके बाद उनमे आग लगा दी थी।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना से जुड़े कई अहम सबूत बरामद हुए हैं,इसके साथ ही पुलिस टीम को आरोपियों के कुछ कागजात भी मिले हैं, जो घटना के वक्त उनके पास मौजूद थे।दिल्ली पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद अलग अलग जगह पर ले जाकर केस से जुड़े सबूत जुटा रही है।
अब आरोपियों के मोबाइल के जले हुए पार्ट्स, कपड़े और जूते मिलने के बाद पुलिस लैब में इनकी जांच कराएगी और ये पता लगाने की कोशिश करेगी कि आखिर मोबाइल में वो कौन सा सबूत था, जिसकी वजह से आरोपी ने उन्हें मिटाने की कोशिश की है।
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टरमाइंड ललित झा ने नई दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने में पहुंचकर सरेंडर कर दिया था।ललित के साथ महेश नाम का युवक भी पहुंचा था।
पुलिस के अनुसार, संसद सुरक्षा में सेंध की घटना के बाद मास्टरमाइंड ललित झा दिल्ली से सीधा राजस्थान के नागौर भागा यहां वह महेश के ठिकाने पर पहुंचा था। महेश को भी 13 दिसंबर को दिल्ली आना था।महेश को इस साजिश की पूरी जानकारी थी।
दिल्ली पुलिस महेश की भी तलाश कर रही थी।सुरक्षा सेंध मामले का मास्टरमाइंड ललित झा घटना का वीडियो बनाने के बाद मौके से फरार हो गया था।ललित दिल्ली से बस पकड़कर राजस्थान के नागौर पहुंचा था।उसने वहां रात होटल में बिताई थी. इसके बाद जब उसे पता चला कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है तो वह फिर महेश के साथ बस से दिल्ली आ गया और सरेंडर कर दिया था।
संसद में विजिटर गैलरी से दो युवकों ने लगा दी थी छलांग:- . संसद में सागर शर्मा और मनोरंजन डी नाम के युवकों ने शून्यकाल के दौरान लोकसभा की गैलरी में छलांग लगा दी थी। इसी के साथ कनस्तरों से पीला धुआं छोड़ा और नारे भी लगाए थे। उसी समय संसद परिसर के बाहर एक महिला व दो अन्य लोगों ने नारेबाजी की और कनस्तरों से पीला धुआं छोड़ा थी।इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार, संसद में सेंध लगाने का यह मामला पूर्व नियोजित था।
