June 25, 2025

नपं घरघोड़ा में गज़ब का भ्रष्टाचार,कलेक्टर के जांच आदेश को दरकिनार कर बनवाई सड़क,होगी शिकायत

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सामना:- घरघोड़ा:- रायगढ़ जिले के घरघोड़ा नगर पंचायत में पूर्व शासन में अधिकारियों की करस्तानी से भ्रष्टाचार में अजग गजब कीर्तिमान रचने का प्रकरण सामने आया है। यहां के सीएमओं व इंजीनियर ने जिला कलेक्टर के जांच आदेश तक को दरकिनार कर अपने चहते ठेकेदार से सड़क बनावाकर भुगतान तक कर दिए। जिसका जिन भाजपा नेता पूर्व सांसद प्रतिनिधि के आरटीआई पत्र में जवाब से निकला है। अब इस मसले को लेकर सीएम वित्तमंत्री ओपी चौधरी व नगरीय प्रशासन मंत्री से कांग्रेस शासन काल मे राशि के दुरूपयोग को लेकर भाजपा नेता संजय सिन्हा ने शिकायत दर्ज कराने की बात कही हैं।

गौरतलब है कि नगर पंचायत घरघोड़ा में अधोसरंचना मद से विभिन्न कार्य स्वीकृत हुये थे इन कार्यो के प्रकालन शासन के राशि का दुरुपयोग व भ्रष्टाचार के लिए एक नया आयाम स्थापित करने तत्कालीन उप-अभियंता द्वारा सीसी रोड के ऊपर सीसी रोड़ का प्रकालन बना दिया गया।जिसकी शिकायत भाजपा नेता सांसद प्रतिनिधि संजय सिन्हा द्वारा कलेक्टर रायगढ के पास की थी जिसमे जांच के आदेश जारी हुआ था,उसके बावजूद वार्ड 02 कासिम घर से बबलू मोटवानी घर होते हुए विद्या बहिदार घर तक सीसी रोड़ 6.33 की स्वीकृति हुई है। जिसका मूल्यांकन 441443 रुपये का भुगतान 3.47 लाख का किया गया।

वार्ड 02 आशीष शर्मा घर से बेदमती यादव घर तक सीसी रोड़ 2.97 लाख की स्वीकृति हुई जिसमें 1.76 लाख का भुगतान किया गया, व वार्ड 03 काली बन्शे घर से भोटुमुड़ा तालाब तक सीसी रोड़ जिसकी स्वीकृति 3.65 लाख थी, जिसमे 274000 हजार का भुगतान किया गया। जबकि उक्त सड़क में पूर्व में सीसी रोड़ बना हुआ है । इस शासन का नियम भी यही कहता है कि जो सड़क 10 वर्ष में बनाया गया है उसे केवल टाप लेयर में निर्माण की अनुमति हैं।


इस भ्रष्टाचार की कांग्रेस शासन काल वर्ष 2023 के मध्य माह में भाजपा नेता पूर्व पार्षद, तत्कालीन सांसद प्रतिनिधि संजय सिन्हा ने शिकायत दर्ज कराया। चूंकि सत्ता से जुड़ा वह भी भ्रष्टाचार का मामला होने पर इसे दबा दिया गया। ऐसे में सूचना के अधिकार के तहत पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया। यहां तक कि घरघोड़ा एसडीएम ने भी संजय सिन्हा की शिकायत पर भी जांच का आदेश जारी किय था तथा तत्कालीन रायगढ़ कलेक्टर ने जांच हेतु दिनांक
14-7 2023 को अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग धरमजयगढ़ को जांच अधिकारी बनाया गया जिसकी एक प्रति घरघोड़ा नगर पंचायत भी प्रेषित किया गया। वहीं, लोक निर्माण विभाग के जांच अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट 18-08-2023 कलेक्टर रायगढ को प्रेषित भी कर दी कि उक्त सड़को को सीसी रोड़ की जगह टाप लेयर बनाया जाए जांच प्रतिवेदन की एक प्रति नप कार्यलय में भी दी गयी थी । उसके बाद भी उपअभियंता प्रदीप पटेल व वर्तमान सीएमओ ने ठेकेदार को संरक्षण देते हुए उक्त तीनो सड़क को बनने दिया जिससे शासन को लाखों रुपये की आर्थिक नुकसान हुआ व 23-10-23 को उक्त सड़को का भुगतान कर दिया गया। इससे स्पष्ठ होता है कि अपने चहते ठेकेदार को संरक्षण देते हुये भ्रष्टाचार किया गया है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि नई सरकार में पुराने कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार पर किस स्तर में शासन प्रशासन कार्रवाई करती है।


नोटशीट के पन्नो को भी बदल डाला:- अपने चहते ठेकेदारों को लाभ पहुचाने एक बड़ा खेल खेला गया जिसकी पुष्टि सूचना के अधिकार से हुई उक्त तीनो सड़को की जांच के पश्चात भी ठेकेदार ने सड़को को बना दिया तत्कालीन उपअभियंता ने बकायदा नोटशीट में इसका उल्लेख भी किया ओर अपनी टिप में सड़क को गुणवत्ता विहीन भी अंकित किया उसके पश्चात भी वर्तमान प्रभारी उपअभियंता प्रदीप पटेल द्वारा उक्त नोटशीट के पन्नो को बदल कर कलेक्टर व एसडीएम के जांच को दरकिनार कर भुगतान कर दिया गया।

कांग्रेस शासन मे अधिकारियों से सांठगांठ कर किए लाखों का न्यारे व्यारे:- कांग्रेस शासन में जिले में कई ऐसे तहसील है जहां विकास कार्यो अधोसंरचना कार्य, गोठान,नरवा योजना के लिए करोड़ो रुपये की राशियों स्वीकृत हुई। चूंकि कार्यो को पूरा करने के बजाए अधिकारियों से सांठगांठ कर राशि का दुरूपयोग कर बंदरबांट कर लिया गया। कई तहसील है जहां काम वर्क आर्डर के विपरीत किया गया तो कुछ में बैगेर कार्य किए ही राशि आहरण तब कर लिया गया जब उक्त कार्य जिला कलेक्टर के आदेश पर प्रकरण जांच में विचारधीन था। घरघोड़ा का यह सड़क निर्माण कार्य इसकी बयानगी कर रहा हैं।

 संजय सिन्हा, पूर्व भाजपा पार्षद/ सांसद प्रतिनिधि :- नगर पंचायत के कुछ वार्ड में तत्कालीन उपअभियंता द्वारा सीसी रोड़ के ऊपर सीसी रोड़ का प्रकालन बना दिया गया था । जिसकी जांच हेतु मेरे द्वारा शिकायत की गई थी। कलेक्टर ने लोकनिर्माण विभाग के अनुविभागिय अधिकारी धर्मजयगढ़ को जांच का जिम्मा दिया। जांच की जानकारी मिलते ही ठेकेदार द्वारा उक्त सड़क के ऊपर गुणवत्ता विहीन सीसी रोड़ का निर्माण कर दिया गया ।
ठेकेदार द्वारा बिना उपअभियंता की उपस्थिति के बिना लाभ उठाते हुए गुणवत्ता विहीन सड़क का निर्माण कर दिया गया, और राशि भी तब जारी किया गया है जब यह प्रकरण जांच में है। इस तरह भ्रष्टाचार किया गया। इसकी शिकायत सीएम व वित्त मंत्री से की जाएगी।