धरमजयगढ़-पानी में डूबने से मादा हाथी शावक की मौत,पीएम में हुई पुष्टि
सामना -रायगढ़-धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल परिक्षेत्र अंतर्गत औरानारा परिसर में एक मादा जंगली हाथी शावक का शव बरामद हुआ है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि शावक की मृत्यु पानी में डूबने से हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्यवाही की गई।
वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 28 अक्टूबर की शाम स्थानीय ग्रामीणों ने सराईमुड़ा तालाब के किनारे जंगली मादा हाथी शावक को मृत अवस्था में देखा। सूचना मिलते ही छाल परिक्षेत्र का वन अमला और पशु चिकित्सा अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक निरीक्षण में यह अनुमान लगाया गया कि पानी में डूबने से शावक की मृत्यु हुई है। सूर्यास्त के कारण पोस्टमार्टम की कार्रवाई आज की गई।
29 अक्टूबर की सुबह वनमंडलाधिकारी, परिक्षेत्राधिकारी, वन अमला तथा जिला स्तर की तीन सदस्यीय पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम ने स्थल का निरीक्षण कर नियमानुसार शव विच्छेदन पोस्टमार्टम किया।
पशु चिकित्सा टीम में धरमजयगढ़ के डॉ.विवेक नायक, रायगढ़ के डॉ.नरेंद्र नायक एवं छाल के डॉ.आशीष राठिया शामिल थे। सभी अधिकारियों की उपस्थिति में शव विच्छेदन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद मृत मादा हाथी शावक के शव को विधिवत रूप से दफनाया गया। पशु चिकित्सकों की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मृत्यु का कारण पानी में डूबना पाया गया। वन विभाग के अनुसार, छाल परिक्षेत्र के औरानारा परिसर में पिछले कई दिनों से लगभग 22 हाथियों का दल विचरण कर रहा था। संभवतः यह मादा शावक अपने झुंड के साथ पानी पीने और जल क्रीड़ा के दौरान तालाब में गहराई तक जाने से डूब गई।
इस संबंध में धरमजयगढ़ के डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि वन विभाग द्वारा घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। प्रारंभिक निष्कर्षों से प्रतीत होता है कि शावक की मृत्यु आकस्मिक रूप से पानी में डूबने से हुई है। फिलहाल हाथियों के दल पर सतत निगरानी रखी जा रही है और मानव-हाथी संघर्ष की रोकथाम के लिए वन अमले को विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आसपास के ग्रामीणों को भी सतर्क रहने और हाथियों के झुंड से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है। किसी भी असामान्य स्थिति या घटना की तत्काल सूचना नजदीकी वन परिक्षेत्र कार्यालय को देने की अपील की गई है, ताकि समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सके।


