चर्चित मर्डर केस की सुनवाई कर रहे ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश की मौत..गहरी साजिश… सीसीटीवी फुटेज कर रहा मर्डर की ओर इशारा…..

धनबाद:–सुबह 5 बजे का वक्त…पूरी तरह से खाली सड़क. सड़क के किनारे एकदम बाईं ओर टहल रहा एक व्यक्ति. तभी व्यक्ति के पीछे से एक ऑटो आता है और सड़क पर सीधे न जाकर हल्का सा बायां मुड़ता है और किनारे चल रहे व्यक्ति को तेज रफ्तार में टक्कर मारता है. हैरानी की बात यह है कि टक्कर मारने के बाद ये ऑटो रुकता तक नहीं है और खाली सड़क पर तेज रफ्तार से आगे निकल जाता है.
न्यायाधीश उत्तम आनंद ने छह माह पहले ही धनबाद के न्यायाधीश के रूप पदभार ग्रहण किया था। रोज की तरह वे वॉक करने 5 बजे सुबह अपने आवास से निकले. इसी दौरान एक ऑटो उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गया. सड़क पर तड़पता देख एक राहगीर ने उन्हें घायल अवस्था में इलाज के लिए भेजा, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
जब तक इस घटना का सीसीटीवी फुटेज नहीं आया था तब तक लोग इस हादसे को एक दुर्घटना ही समझ रहे थे, लेकिन सीसीटीवी का वीडियो साजिश की ओर इशारा कर रहा है. इस घटना के सीसीटीवी फुटेज से साफ लगता है कि जैसे जज उत्तम आनंद को जान बूझकर ऑटो से टक्कर मारी गई हो.
बॉडीगार्ड ने की शव की पहचान
बुधवार को सुबह सात बजे तक जब वह वापस नहीं लौटे तो उनके परिजनों को चिंता हुई।परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई और पुलिस को एक लावारिस शव पड़े होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची. न्यायाधीश के बॉडीगार्ड ने शव की पहचान की. उनके सिर पर गहरे जख्म हैं साथ ही कान से खून बह रहा था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस छानबीन में जुट गई है।
चोरी की ऑटो से मारी गई थी टक्कर
जज को टक्कर मारने के लिए जिस ऑटो का प्रयोग हुआ वह सुगनी देवी का है।सुगनी के अनुसार उसका ऑटो चोरी हो गया था।इसी ऑटो से जज को टक्कर मारी गई.
झारखंड सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश..
इस पूरे मामले पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने धनबाद डीसी एवं धनबाद पुलिस को ट्वीट कर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर इस घटना की जांच कर एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
चर्चित मर्डर केस की कर रहे थे सुनवाई
न्यायाधीश उत्तम आनंद चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे।कुछ दिन पहले ही न्यायाधीश उत्तम आनंद ने शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. इस बात की आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत के तार रंजय सिंह हत्याकांड से जुड़े हो सकते हैं.

