CG News सात टन धान से बनी रंगोली, 2000 मीटर का गमछा,रायपुर में बनेगा तीन विश्व रिकार्ड,

Samna:- Raipur Chhattisgarh 21 jan 2024 अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा किया जाना है। इस खास अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों में रिकार्ड बनाए जा रहे हैं, जिसमें तीन विश्व रिकार्ड राजधानी में बनेगा।
सांइस कॉलेज मैदान पर धान और चावल की मदद से 19 हजार 600 वर्गफीट में भगवान राम की रंगोली तैयार की चुकी है, जिसे 22 जनवरी को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। कलाकार प्रमोद साहू ने बताया कि तीन दिनों में 51 कलाकारों ने 5 हजार किलो धान और 500 किलो चावल की मदद से रंगोली तैयार की है।इससे पहले सबसे बड़ी भगवान राम की रंगोली का रिकॉर्ड 11 हजार वर्गफीट का था। इस विशाल रंगोली को देखने हर कोई उत्सुक नजर आ रहा है।
दूसरा रिकॉर्ड शहर में दूसरा विश्व रिकार्ड गमछा का होगा, जिसके लिए 2000 मीटर का भगवान राम का गमछा भी तैयार होने लगा है, जिसमें जय श्री राम लिखा जा रहा है। इसके अलावा घरों में 501 बच्चों की वेशभूषा तैयार हो रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन शहर में तीनों रिकार्ड आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
सात टन धान से बनेगी रंगोली, 2000 मीटर का गमछा :- भगवान राम के ननिहाल में प्राण-प्रतिष्ठा से एक दिन पहले तीन अलग- अलग कृतित्व के जरिए विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी छत्तीसगढ़ राष्ट्रवादी संघ ने की है। साइंस कालेज मैदान पर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए 2000 मीटर का गमछा तैयार किया जाएगा। इसे 28 जनवरी को अयोध्या में राम को भेंट किया जाएगा
जाएगा। कलाकार प्रमोद साहू ने बताया कि तीन दिनों में 51 कलाकारों ने 5 हजार किलो धान और 500 किलो चावल की मदद से रंगोली तैयार की है।
राम की वेशभूषा में निकलेंगे 501 बच्चे:- राजधानी में विश्व स्तरीय प्रोग्राम में भांचा राम के ननिहाल में प्राण-प्रतिष्ठा से एक दिन पूर्व महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें विश्व का सबसे बड़ा 2000 मीटर का गमछा बनाने के बाद उसे श्री राम के चरणों में समर्पित किया जाएगा। इसके लिए अयोध्या ट्रस्ट से जुड़े जिम्मेदारों से चर्चा की गई है। गमछा में जय श्री राम लिखा जाएगा। साथ ही शोभायात्रा में 501 बच्चे राम की वेशभूषा में शामिल होंगे। झांकी साइंस कॉलेज से राम मंदिर तक जाएगी। सीआएस द्वारा इस तीनों ही प्रयास को विश्व रिकार्ड में दर्ज कराने का प्रयास किया जा रहा है। जन सहयोग से होने वाले इस कार्यक्रम को लोगों से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
