किरण सिंह देव बने छत्तीसगढ़ बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष


राष्ट्रीय परिषद के लिए 17 सदस्य चुने गए
सामना- छत्तीसगढ़ बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है।भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में पार्टी की कमान एक बार फिर किरण सिंहदेव को सौंप दी है।

केंद्रीय निर्वाचन अधिकारी विनोद तावड़े ने प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की। प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही राष्ट्रीय परिषद के लिए भी 17 सदस्य चुन लिए गए हैं।


किन्हें चुना गया राष्ट्रीय परिषद के सदस्य
- विष्णुदेव साय
- विजय शर्मा
- अरुण साव
- तोखन साहू
- केदार कश्यप
- सरोज पांडेय
- बृजमोहन अग्रवाल
- विक्रम उसेंडी
- लता उसेंडी
- संतोष पांडेय
- विजय बघेल
- पुन्नुलाल मोहिले
- दयालदास बघेल
- खूबचंद पारख
- ननकीराम कंवर
- राजा देवेंद्र प्रताप सिंह
- रूपकुमारी चौधरी
प्रदेश अध्यक्ष पद का चुनाव कराने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े विशेष तौर पर शामिल हुए।

निर्वाचन अधिकारी खूबचंद पारख ने चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि 36 संगठन जिलों के एक तिहाई जिले के अध्यक्षों ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। प्रत्येक आवेदन के साथ दो प्रस्तावक और दो समर्थक शामिल थे। इस प्रकार 12 जिलों से प्रदेश अध्यक्ष के लिए तीन नामांकन दाखिल हुए और तीनों ही नामांकन किरण सिंहदेव के नाम से थे।

छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से पहली बार विधायक निर्वाचित थे लेकिन बीते कई सालों से पार्टी के लिए काम करते रहे हैं, उनकी राजनीति की शुरूआत छात्र जीवन में ही हो गई थी और वे 1985 में छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे,इसके बाद 1998 से 2000 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बनाया गया था,17 सितंबर 1962 को जन्मे किरण सिंहदेव पेशे से वकील हैं।
पार्टी के लिए किरण सिंहदेव कई पदों पर काम कर चुके हैं. वे 2002 से 2005 तक जिला अध्यक्ष, 2005 से 2009 तक प्रदेश महामंत्री और फिर 2014 तक प्रदेश कार्य समिति के सदस्य भी रहे हैं। सामान्य वर्ग से आने वाले किरण सिंहदेव जगदलपुर नगर निगम के महापौर (2009- 2014) भी रह चुके हैं। इसके बाद पार्टी ने उन्हें 2023 के चुनाव में जगदलपुर से टिकट दिया था और वे कांग्रेस पार्टी के जतिन जैसवाल को हराकर पहली बार विधायक बने।
सदस्यता महाअभियान के बाद संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई जिसके तहत सबसे पहले बूथ कमेटियों का गठन कर बूथ अध्यक्ष बनाए गए. बूथों के बाद मंडल अध्यक्ष की घोषणाएं हुई. इसके बाद सारे 36 संगठन जिलों में जिला अध्यक्ष भी घोषित किया गया।
