Raigarh रेलवे अंडरब्रिज में भरा नालों का पानी,गटर के ढक्कन हटे

सामना – रायगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।हर साल की तरह इस बार भी मालढक्का रोड रेलवे अंडर ब्रिज के भीतर बारिश और नालों का गंदा पानी भर गया यहां तक कि गटर के चेंबर में लगाई गई जालियां भी ओवरफ्लो के कारण हटने लगी हैं,जिससे बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है।
अंडर ब्रिज रेलवे का है और उस पुल के नीचे से जो नाला गुजरता है, उसमें आधे शहर का पानी जाता है।रेलवे अंडर ब्रिज में हर साल बारिश के दिनों में जलभराव की स्थिति निर्मित होती है। लिहाज़ा बारिश में नाले का गंदा पानी इसमें ना भरे, इसलिए कई दिनों तक यहां आवागमन बंद कर साफ सफाई भी की जाती है, लेकिन इन तमाम कोशिशों के बावजूद भी इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका हर बार चंद बारिश में ही नालों का कचरा व पानी भर जाता है।

राहगीरों और स्थानियों को परेशानी
रेलवे के इस अंडर ब्रिज के होकर रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं, सावित्री नगर, बेनी कुंज, मौदहापारा, जूट मिल, मालधक्का रोड, गांधी गंज, रामनिवास टॉकिज विश्वास गढ़ चर्च रोड समेत दो दर्जन से अधिक क्षेत्र इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।
जल भराव की स्थिति में स्थानीय,स्कूली छात्रों और राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है ऐसे में उन्हें लंबे मार्ग का सहारा लेना पड़ता है या कुछ लोग इतने पानी में भी इस ब्रिज को पार करने की जद्दोजहद करने लगते हैं नतीजतन वे ना केवल बीच में ही फंस जाते हैं ब्लकि दुर्घटना का भी शिकार हो बैठते हैं।

पिछले साल भी लोग हुए दुर्घटना का शिकार
पिछले वर्ष भी बारिश में पुल में घुटनों तक गंदा पानी भर गया था,जिसे पार करने की जद्दोजहद में कई लोग दुर्घटना का शिकार हुए थे,निगम प्रशासन ने पुल के दोनों ओर को लोहे के पाइप और बैरिकेड से वेल्डिंग करते हुए पूर्ण रूप से ब्लॉक कर दिया और शहरवासियों से बारिश होने और पुल के ऊपर नाले का पानी बहने एवं पानी भरने के दौरान किसी भी तरह से इसपर आवाजाही करने मना किया था,लेकिन कुछ लोग इतने पर भी इस ब्रिज को पार करने की कोशिश करने लगते हैं नतीजतन वे ना केवल बीच में ही फंस जाते हैं ब्लकि दुर्घटना का भी शिकार हो बैठते हैं।
नए अंडरब्रिज का मामला अटका
रेलवे ने जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ब्रिटिश कालीन सालों पुराने इस ब्रिज को बंद कर एक नया ब्रिज बनाने की योजना बनाने की बात कही थी,ताकि बारिश में हर बार खराब ड्रेनेज व्यवस्था के कारण आवागमन के लिए बंद हो जाने वाले मालधक्का रेलवे अंडरब्रिज की परेशानी हमेशा के लिए दूर की जा सके। लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी इस पर कार्य आगे नहीं बढ़ पाया और स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।
