चाहे मुझे जेल भेजें या फांसी पर चढ़ा दें,मैं माफी नहीं मांगूंगा-अमित बघेल
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ केस दर्ज
सामना – महाराजा अग्रसेन और भगवान झूलेलाल के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
अमित बघेल के खिलाफ आईपीसी की धारा 295-ए (धार्मिक भावनाएं भड़काने के इरादे से किया गया दुर्भावनापूर्ण कृत्य) के तहत केस दर्ज किया गया है।
अमित बघेल ने एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें गिरफ्तारी या सजा से कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा,मैं अपनी मिट्टी और अपने लोगों के सम्मान के लिए लड़ता रहूंगा। चाहे मुझे जेल भेजें या फांसी पर चढ़ा दें, मैं नहीं रुकूंगा मै अपने वक्तव्य पर कायम हूं मै माफ़ी नहीं मांगूंगा हम संविधान और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।
31 अक्टूबर को रायपुर बंद का आह्वान
अमित बघेल ने 31 अक्टूबर को रायपुर बंद का आह्वान किया है और उन्होंने सभी छत्तीसगढ़ियों से अपील की है कि वे इस बंद का समर्थन करें। उनका कहना है कि यह बंद एक महत्वपूर्ण संदेश देगा कि छत्तीसगढ़िया महतारी का अपमान अब सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने व्यापारियों, छात्रों और श्रमिक संगठनों से सहयोग की अपील की है।अमित बघेल ने कहा, हम गांधीवादी तरीके से सभी से बंद का समर्थन करने की अपील करेंगे।
यह है मामला रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई थी। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को राज्य की अस्मिता पर हमला बताया और विरोध प्रदर्शन किया। इसी दौरान अमित बघेल ने सवाल उठाया कि महाराजा अग्रसेन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय की मूर्तियां क्यों नहीं तोड़ी जातीं, जिसके बाद विवाद बढ़ गया।


