छत्तीसगढ़ के 225 पुलिसकर्मियों को मिलेगा केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक
SDOP ब्रिज किशोर यादव होंगे सम्मानित
सामना – केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 के लिए केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक की घोषणा कर दी है। छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह उल्लेखनीय उपलब्धि है,क्योंकि राज्य के 225 पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को यह सम्मान मिलेगा ।
इस बार सीनियर आईपीएस अधिकारियों से लेकर सिपाहियों तक को इसके लिए चुना गया है। स्पेशल ऑपरेशन केटेगरी में देश के सभी 28 राज्यों और पैरा मिलिट्री फोर्सेज में से 1362 अधिकारियों, जवानों को केंद्रीय मंत्री दक्षता पदक के लिए चुना गया है, उसमें 222 छत्तीसगढ़ के हैं। इंवेस्टिगेशन केटगरी में भी तीन छत्तीसगढ़ से हैं।
केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 के लिए देशभर के 1,466 पुलिस कर्मियों को केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक देने की घोषणा की है। गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इन पदकों से विभिन्न राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय संगठनों के कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।
यह पदक स्पेशल ऑपरेशन, इन्वेस्टिगेशन और फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों को दिया जाता है। सम्मानित अधिकारियों में जिला पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल, सीआईडी, एंटी-नक्सल यूनिट, साइबर सेल और फोरेंसिक विंग के अधिकारी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया कि चयन प्रक्रिया कड़े मानकों और तकनीकी मूल्यांकन पर आधारित रही। जिन अधिकारियों ने गंभीर अपराध जांच, नक्सल उन्मूलन अभियानों, साइबर/आर्थिक अपराधों की विवेचना और वैज्ञानिक जांच पद्धति के जरिए उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है, उन्हें सूची में शामिल किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने इसे छत्तीसगढ़ पुलिस की पेशेवर दक्षता और प्रतिबद्धता की पहचान बताया है। पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान बल का मनोबल और भी ऊँचा करेगा।
नक्सल ऑपरेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एसडीओपी ब्रिज किशोर यादव होंगे सम्मानित
नक्सल प्रभावित बिजापुर जिले में तैनात एसडीओपी ब्रिज किशोर यादव को नक्सल विरोधी अभियानों में नेतृत्व और उत्कृष्ट कार्य के लिए केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक से सम्मानित किया जाएगा है।
बताया जाता है कि हाल ही में ब्रिज किशोर यादव के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण नक्सली अभियान में सफलता पाई। इस ऑपरेशन में नक्सलियों को उनकी किलेबंदी सहित घेरा गया, कई नक्सली मारे गए और कुछ ने आत्मसमर्पण किया। इस उपलब्धि को गृह मंत्रालय ने सराहा है और उन्हें इस सूची में 121वें क्रमांक पर स्थान मिला है।
गौरतलब है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ में सिर्फ दो एसडीओपी को यह सम्मान मिला है, जिनमें यादव भी शामिल हैं।
ब्रिज किशोर यादव मूल रूप से सूरजपुर ज़िले के पार्वतीपुर (सिल्फिली) गांव के निवासी हैं। हिंदी माध्यम से प्रारंभिक शिक्षा लेने के बाद उन्होंने रायपुर और बिलासपुर में उच्च शिक्षा एवं तैयारी की और पुलिस सेवा में चयनित हुए। अपने क्षेत्र से इस पद तक पहुँचने वाले वे पहले अधिकारी हैं, जो स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा बने हैं।
सम्मान की घोषणा के बाद सूरजपुर और उनके गृह क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। परिवार और ग्रामीणों ने इसे क्षेत्र की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।


इन पुलिस अधिकारियों को मिलेगा सम्मान
आईपीएस अधिकारियों में छत्तीसगढ़ के नक्सल चीफ और एडीजी एसआईबी, आर्म्स फोर्स विवेकानंद, बस्तर आईजी सुंदरराज पी०, रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा, डीआईजी कमललोचन कश्यप, डीआईजी अमित कांबले समेत आईपीएस जीतेंद्र यादव, आईपीएस किरण चवन, वाय अक्षय कुमार, गौरव राय, प्रभात कुमार, निखिल रखेचा, विकास कुमार, मयंक गुर्जर, स्मृतिक राजनला, राबिंसन गुड़िया, जयंत कुमार वैष्णव और उमेश गुप्ता शामिल हैं। इसके अलावा दो एएसपी, 11 डीएसपी समेत 225 थानेदार और कांस्टेबल शामिल हैं। इसी तरह इंवेस्टिगशन केटेगरी में 93 को पदक के लिए चुना गया है, उनमें मयंक मिश्रा एसआई, कैलाश चंद दास, नीतेश सिंह ठाकुर इंस्पेक्टर हैं।


