June 24, 2025

तमाम प्रयासों व निर्देशों के बावजूद अवैध उत्खनन पर नहीं लगी रोक!… ज़िला प्रशासन की भूमिका पर खड़े हुए कई सवाल….

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सामना न्यूज़:-सूरजपुर:-भैयाथान:-संवाददाता मोबिन खान की रिपोर्ट:–शासन के तमाम प्रयासों व निर्देशों के बावजूद अवैध उत्तखन पर रोक नही लगा पाना जिला प्रशासन की भूमिका पर कई सवाल खड़ा कर रहा है। प्रशासनिक सुस्ती के कारण बीते कुछ वर्षों में अवैध कारोबारी जहां खनिज संपदा का दोहन करते हुए जमकर फुले-फले हैं तो वहीं दूसरी ओर शासन को लाखों, करोङो की राजस्व हानि भी उठानी पड़ी है। हाल ही में ताजा मामला भैयाथान के समीपस्थ ग्राम पासल से सामने आया है जहां छत्तीसगढ़ हाइड्रो पावर लिमिटेड के द्वारा करोड़ों की लागत से निर्माण कराई जा रही विधुतताप परियोजना में एनजीटी नियमों को दरकिनार करते हुए जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, यहां कंपनी के द्वारा अंधाधुंध पेड़ो की कटाई की जा रही है साथ ही रेण नदी व समीपस्थ जंगलों से बड़े -बड़े पत्थरों को निकलवाकर खुद के स्थापित किये गये क्रशर मशीन से छोटे स्टोन तैयार कर स्वयं के उपयोग के साथ-साथ अन्यंत्र को भेजा जा रहा है और अतरिक्त मुनाफा कमाया जा रहा है। इतना नही नदी से खुदाई कराकर सैकड़ो टन रेत का भंडारण कर लिया गया है जिसका उपयोग कंपनी खुद तो कर ही रही है पर प्रत्येक्ष दर्शियों की माने तो रेत का अवैध परिवहन भी कंपनी के द्वारा किया जा रहा है जिसका प्रमाण पीएमजीएसवाई के तहत कुछ माह पूर्व निर्माण किये गए सड़क बयां भी कर रही है। गिट्टी व रेत की ओवर लोडिंग कर परिवहन करने के कारण यह सड़क कई स्थानों पर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है।

सुरक्षा मानकों को किया दरकिनार:-हाइड्रा पवार कंपनी के द्वारा कराए जा रहे इस निर्माण में सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर दिया गया है। इस प्लांट में सैकड़ो मीटर टर्नल का निर्माण कार्य प्रगति पर है जो काफी ऊंचा व गहरा है । स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पशुओं को चराते वक्त इस बात का भय सदैव बना रहता है की कहीं टर्नल में गिरकर उनके पशुओं की मौत न हो जाये।

हो चुकी है मृत्यु:–इस कंपनी की लापरवाही के कारण कुछ माह पूर्व यहां कार्यरत एक स्थानीय निवासी संजय पावले नामक युवक की हाईटेंशन बिजली तार के चपेट में आने से मौत हो गयी थी जिसे लेकर आस-पास के ग्रामीण लामबंद होते हुए चक्का जाम कर दिए थे,बाद में कंपनी के द्वारा 20 लाख की मुआवजा राशि व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के आश्वाशन के बाद ग्रामीण शान्त हुये थे। बाउजूद इस घटना से कंपनी ने सिख हांसिल नही की है।

नहीं मिली है अनुमति:—विभागीय सूत्रों की माने तो इस कंपनी को पत्थर निकालने व क्रशर संचालित करने की अनुमति अभी नही मिली है । कंपनी के द्वारा अनुमति के लिए दस्तावेज जमा किया गया है जिसकी अनुमति मिलनी अभी बाकी है । बहरहाल जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेता है या नही यह देखना दिलचस्प होगा।

क्या कहती हैं खनिज निरीक्षक नेहा टंडन:- मैं अभी हाल ही में कार्यालय ज्वाईन की हूँ, मुझे इस संबंध में जानकारी नही है ,आपके माध्यम से जानकारी मिली है । उक्त मामले में जांच की जाएगी एवं नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।क्या कहती हैं:–सुश्री इफ्फत आरा कलेक्टर सूरजपुर:–जानकारी मिली है जांच कराई जा रही है गलत पाये जाने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।