June 23, 2025

“मजदूर” बने सायबर ठग…फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे ठगी… चार आरोपी गिरफ्तार…. कोतरारोड निवासी से डेढ़ लाख रुपए की ठगी का भी हुआ खुलासा…

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          सामना न्यूज़:- रायगढ़:- साइबर फ्रॉड के मामलों में रायगढ़ पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है । फर्जी वेबसाइट पर डिटेल भरवाकर ठगी करने वाले गिरोह के 4 सक्रिय सदस्यों को जामताड़ा (झारखंड) में दबिश देकर पकड़ा गया है   आरोपियों के गिरोह द्वारा जामताड़ा के झिलूवाटोला क्षेत्र से  सायबर ठगी का रैकेट चलाया जा रहा था जहां से वे अलग-अलग मोबाइलों नंबरों के जरिए कस्टमर केयर के रूप में लोगों को कॉल किया करते थेऔर  हर 7-8 दिन में अपना ठिकाना बदलते थे आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ये सभी प्रमुख बैंक जैसे- एचडीएफसी एसबीआई आईडीबीआई इत्यादि का डमी लॉगइन पेज/वेबसाइट बना कर रखे हुए हैं । ये अपने कस्टमर को कॉल कर उन्हें डराया करते थे कि उनका क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड/एटीएम सस्पेंड होने वाला है उसे अपडेट करें । जैसे ही कस्टमर इनके झांसे में आता था और इन्हें कस्टमर के बैंक की जानकारी मिलती थी । ये कस्टमर को व्हाट्सअप या टेक्स्ट मैसेज के जरिये उसी बैंक का एक डमी लॉगिन पेज का एक फिसिंग लिंक मोबाइल पर सेंड करते और कस्टमर से ID/PASSWORD से पेज लॉगिन कराकर एक ऑनलाइन फार्म फिलअप कराते थे । कस्टमर फार्म फिलअप कर सबमिट करता तो कस्टमर के तमाम पर्सनल बैंक डिटेल इस फ्रॉड गैंग के पास होता और ये कस्टमर के बैंक अकाउंट में ID/PASSWORD से लॉगिन कर कस्टमर के सारे रुपए विभिन्न यूपीआई फोन पे, पेटीएम इत्यादि में रूपये ट्रांसफर कर निकाल लेते और आपस में बांट लेते थे।रायगढ़ पुलिस की पूरी टीम ने पहले झारखंड जामताड़ा जिले के झिलूवाटोला और घोषबाद क्षेत्र में दबिश दी जहां एक ही लोकेशन पर कई गिरोह सक्रिय होकर ठगी को अंजाम दे रहे थे। टीम ने रेड कर साइबर फ्रॉड कर रहे गैंग के 4 शातिर आरोपियों को धर दबोचा । कुछ आरोपी मौके से भाग निकले । टीम की पकड़ में आये 4 आरोपियों के पास से पुलिस ने 13 नग मोबाइल और 69 सिम विभिन्न कंपनियों के जब्त किये गये हैं । आरोपियों से पूछताछ में थाना कोतवाली रायगढ़ क्षेत्र के विकास नगर कोतरारोड में रहने वाले वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव हुई डेढ़ लाख रुपए की ठगी का खुलासा हुआ है।

पीड़ित वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव  निवासी विकास नगर कोतरारोड द्वारा 7 जुलाई 2022 को थाना कोतवाली में उनके क्रेडिट कार्ड से 5 जून को ₹50000-₹50000 के 3 ट्रांजैक्शन अज्ञात आरोपियों द्वारा किया जाना बताते हुए लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराया गया था।विवेचना दरमियान पीड़ित के क्रेडिट कार्ड से जुड़े आईसीआईसी बैंक शाखा रायगढ़ से जानकारी लिया गया । पीड़ित के बैंक खाते से पेटीएम के माध्यम से रुपए ट्रांसफर होने की जानकारी मिली । साइबर सेल और कोतवाली पुलिस द्वारा जिन यूपीआई का उपयोग ठगी किया गया था जिसे जांच में रखा गया था । पुलिस विवेचना में सिम बंद मिला, सिम जिन मोबाइल पर उपयोग किये गये थे । उन मोबाइल के ईएमआई के टेक्निकल एनालिसिस पर जिन नंबरों का पता चला । उन नंबरों के विरूद्ध  पहले की बिहार और झारखंड में भी अपराध दर्ज हैं। सायइर सेल की टीम 60-65 अलग अलग ईएमआई नंबरों का विश्लेश्ण कर रही थी । तभी कुछ सिम नंबर के फिर से एक्टिवेट होने की जानकारी मिलने पर तत्काल सीएसपी रायगढ़ के नेतृत्व में सायबर सेल, थाना कोतवाली, चक्रधरनगर और कोतरारोड़ का स्टाफ दिगर प्रांत रवाना हुआ ।

आरोपियों का विवरण-गिरफ्तार आरोपी राजेश मंडल, सुरेश मंडल, दुर्योधन मंडल और निसार अंसारी से पूछताछ जारी है। निषार अंसारी के खिलाफ थाना करमाटांड में धारा 307 आईपीसी का मामला दर्ज है । *आरोपी निषार बताया कि उसके जीजा का भाई इकबाल अंसारी काफी दिनों से सायबर ठगी का काम कर रहा है* जो इसे और इसके कई साथियों को सायबर ठगी का काम सीखा कर उनका उपयोग करता है, बदले में सभी को मोटा रकम देता है । पकड़े गये सभी आरोपी पहले मजदूरी का काम करते थे ।  आरोपियों ने बताया कि जैसे ही कस्टमर इनके झांसे में आता सारे रुपयों को जल्द से जल्द निकाल कर आपस में बंटवारा कर लिया करते थे । आरोपियों से जप्त सामाग्रियों से जानकारी जुटाकर सायबर सेल अन्य प्रकरणों में आरोपियों की संलिप्तता की तहकीकात में जुटी हुई है, भविष्य में और अहम खुलासे की संभावना है ।