June 19, 2025

सीएमओ का दावा विकास दुबे को 7 बार नहीं 1 बार सांप ने काटा

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सीएमओ का दावा विकास को स्नेक फोबिया,घर जाकर जांच करेगी टीम

सामना – सांप के लगातार काटने से पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुका है विकास दुबे जिसे सांप ने एक दो बार नहीं बल्कि 7 बार काटा है और अब खुद विकास दुबे का कहना है कि सांप के आठवीं बार काटने तक जीवित रहेगा और 9 वीं बार में उसकी मृत्य हो जायेगी।

विगत 40 दिनों से हर कोई हैरान है कि आखिर सांप लगातार विकास दुबे को ही अपना निशाना क्यों बना रहा है। क्यूंकि विकास दुबे को अब तक सात बार सांप काट चुका है। सातवीं बार सांप के काटने के बाद विकास ने यह भी दावा किया है कि उसके सपने में भी सांप आया था।

8 बार काटने तक रहेगा जिंदा:- विकास दुबे का कहना है कि सांप ने सपने में उससे कहा कि आठ बार काटने तक वह जिंदा रहेगा लेकिन नौवीं बार सांप के काटने के बाद उसकी मौत हो जाएगी।

7 नहीं एक ही बार सांप ने काटा :– विकास के इस दावे के बाद प्रशासन में भी खलबली मच गई है।वहीं सीएमओ ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन तक कर दिया है अब इसे लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है।सीएमओ डॉक्टर राजीव नयन गिरी के अनुसार पहली बार विकास को सर्प ने डसा था इलाज रिकार्ड से इसकी पुष्टि हो रही है। लेकिन उसके बाद को लेकर संशय है। मामला स्नेकफोबिया का प्रतीत हो रहा है जिसमें किसी व्यक्ति को बार-बार सांप काटने का भय बना रहता है। सीएमओ ने दावा किया कि विकास को सात नहीं केवल एक बार सांप ने काटा है। इसके बाद उसे स्नेक फोबिया मन में बैठ गया है।

40 दिन में 7बार सांप ने काटा:- फतेहपुर मलवा थाने के सौंरा निवासी विकास दुबे, उसके परिजनों और इलाज करने वाले डाक्टर ने दावा किया है कि 40 दिनों में लगातार सात बार विकास को सांप डंस चुका है। विकास ने दावा किया कि सांप ने सपने में आकर कहा कि नौंवी बार में उसकी जान चली जाएगी। मामला मीडिया में आने के बाद शासन ने पूरे मामले की जांच कर डीएम से रिपोर्ट मांगी। इस पर डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने मेडिकल बोर्ड का गठन कर मामले की जांच शुरू की

2 जून को पहली बार काटा:- टीम ने दावा किया कि पहली बार विकास को दो जून को सांप ने डंसा था इसकी पुष्टि जांच टीम भी कर रही है। लेकिन उसके बाद लगातार छह बार सर्पदंश का दावा करना सीधे-सीधे स्नेक फोबिया से जुड़ा होना प्रतीत हो रहा है।

एसडीएम और सीएमओ के साथ निजी नर्सिंग होम पहुंची जहां हर बार विकास सर्पदंश के दावे के बाद भर्ती हुआ था।टीम को अस्पताल प्रशासन ने विकास के इलाज से जुड़े रिकार्ड दिखाए जिसमें पहली बार विकास दो जून को अस्पताल में भर्ती हुआ था। उसे एंटी वेनम की प्रापर डोज दी गई थी। इसके साथ ही सर्पदंश से जुड़ी एंटीबायोटिक देकर इलाज हुआ था।

पहली बार चार दिन विकास अस्पताल में भर्ती रहा था। लेकिन इसके बाद के छह बार में इलाज में टीम को बहुत असमानताएं मिली हैं। जिसने सवाल खड़े कर दिए हैं। मसलन एंटी वेनम दी तो गई हैं लेकिन उसका डोज कम था और हर बार वह 24 से 36 घंटे में ठीक होकर घर चला जाता था।

मंदिर में ली है शरण:- बहरहाल विकास सांप के भय से विकास ने घर से 500 किमी दूर मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में शरण ली है।पिछले दो दिन से विकास और उसका परिवार मंदिर में है। एक मेडिकल टीम विकास के घर पहुंचकर जांच करेगी।

डिप्टी सीएमओ आरके वर्मा का कहना है कि विकास दुबे के केस में अब तक जो सामने आया है, उसके मुताबिक, उसे स्नेक फोबिया है। अभी विकास घर पर नहीं है. जब भी वह घर लौटकर आएगा तो हम उनके परिजनों से बात करेंगे. अगर वो चाहेंगे तो हम मनोचिकित्सक से उनका इलाज करवाएंगे।