रायगढ़ में निकली भव्य रामनवमी शोभायात्रा,जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा शहर

सामना – प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी रायगढ़ में रामनवमी पर भगवान राम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भक्ति के रस में सराबोर होकर उत्साह के साथ हिस्सा लिया,इस दौरान जय श्री राम के जयघोष से पूरा शहर गूंज उठा,मानो रायगढ़ अयोध्या ही बन गया।
शोभायात्रा में रथ पर प्रभु श्रीराम और माता सीता सवार थे और उनके पीछे तमाम 30 से अधिक देवों से सजी झांकियां शामिल थीं,जिनमें में छोटे छोटे बच्चों ने भगवान राम,माता सीता, माता पार्वती,भगवा शंकर और भक्त हनुमान का मनमोहक रूप धारण किया था।झांकियों के माध्यम से श्री राम के जीवनी को दर्शाया गया।

आयोजन समिति ने दो अन्य राज्यों मध्यप्रदेश के उज्जैन से डमरू दल,ओडिशा से घंटा बाजा के दलों को बुलाया था,जिन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी लोगों का मन मोह लिया।



वानर सेना के साथ बाहुबली हनुमान, अघोरियों के साथ नंदी पर सवार माता पार्वती भगवान शिव मानों साक्षात प्रतीत हो रहे थे,जिनके साथ बच्चे सेल्फी खींचने के लिए काफी उत्सुक नजर आए।
इसके अलावा रायपुर से आए वीरेंद्र साहू ने स्केटिंग करते हुए रंगोली बनाने की कला का अद्भुत प्रदर्शन किया।वहीं मनोरंजन के लिए बिना सिर वाला व्यक्ति ,चार्ली चैपलिन पीके स्टाइल में कलाकार अनोखे लग रहे थे।


बच्चों से लेकर बुजुर्ग युवा महिलाएं इस अवसर के साक्षी बने, डीजे की धुन पर बजे भक्ति संगीत और छत्तीसगढ़ संस्कृति के पारंपरिक आदिवासी नृत्य,कर्मा नृत्य,नंदी ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।


एक मंच पर एक हुए सभी राम भक्त
इस भव्य और ऐतिहासिक शोभायात्रा में रायगढ़ शहर और आसपास के क्षेत्र से सभी राजनीतिक दल,सामाजिक संगठन और हिन्दुओं में आस्था रखने वाले श्रद्धालु एक मंच पर एक नज़र आए तो केवल रामभक्त के रूप में।

दिखी हिंदू मुस्लिम एकता
शोभायात्रा में हिंदू-मुस्लिम एकता देखने को मिली,जब कौमी एकता की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने गुलाब जल से रामभक्तों का इस्तकबाल किया साथ ही शीतल जल की भी व्यवस्था की।

सुरक्षा के लिए पुलिस रही मुस्तैद
आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए। सुबह से ही प्रमुख चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने यात्रा मार्ग पर कड़ी निगरानी रखी ताकि आयोजन शांतिपूर्ण संपन्न हो सके।साथ ही पुलिस ने शोभायात्रा के दौरान प्रतिबंधित शास्त्रों को अपने कब्जे में ले लिया।
