लैलूंगा दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट नहीं..नगरवासी एवं परिजन-नंदकुमार साय ..कहा..गले नहीं उतरती 12-15साल के बच्चों द्वारा हत्याएं…

सामना न्यूज़:- रायगढ़:-राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साय जशपुर के दिव्यांग बालिकाओं के आश्रम निरीक्षण के बाद सीधे रायगढ़ जिले के लैलूंगा पहुंच कर मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित किये।लैलूंगा दोहरे हत्याकांड को लेकर उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया और कहा कि इस मामले में जो भी पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई हुई है उससे नगर के व्यवसायी एवं परिजन बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है। नगर वासियों का कहना है की पुलिस प्रशासन द्वारा मामले का खुलासा बिल्कुल कहानी की तरह सुनाया गया है। 12 से 15 साल के बच्चों द्वारा इस प्रकार जघन्य हत्याकांड करना संदेह के दायरे में है। परिजनों ने बताया कि जहां पर हत्या हुई उस बिस्तर पर बिल्कुल सिलावट भी नहीं थी तथा सामान की बरामदगी और बैग भी उन्हें नहीं दिखाया गया है जिससे वह समझ सके कि वास्तव में वही अपराधी है। इस मामले में कई तथ्य ऐसे सामने आ रहे हैं जिसमें पुलिस द्वारा बताएं गए तथ्य इस हत्याकांड के मामले से मैच नहीं हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में इस तरह बढ़ते अपराध पर नंद कुमार साय ने भारी नाराजगी जताई तथा वर्तमान सरकार के द्वारा प्रशासन पर नियंत्रणहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां छत्तीसगढ़ शांति व्यवस्था का प्रतीक माना जाता था वही वर्तमान में बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार जैसे मामले में छत्तीसगढ़ अन्य कई राज्यों से भी ऊपर उठ गया है। जशपुर एवं लैलूंगा मैं हुए अपराध के मामले में एक समानता पाई जा रही है कि यह सारे अपराध शराब के नशे में हो रहे हैं और यह सरकार नशाबंदी का वादा करके घर-घर शराब की होम डिलीवरी करवा रही है जिससे प्रदेश में अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। फिलहाल लैलूंगा के दोहरा हत्याकांड के मामले में नंद कुमार साय ने भी असंतोष व्यक्त करते हुए अलग से एसआईटी गठन करके इस मामले की जांच कराने हेतु कहा है।
