रायगढ़ में हो रही सिलसिलेवार चोरियों का खुलासा…जड़ी-बूटी,शहद बेचने के नाम पर अंतर्राज्यीय डेरा गिरोह के चार आरोपी गिरफ्तार…..

सामना न्यूज:- रायगढ़:- माह मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में तीन दिन तक लगातार चक्रधरनगर, जूटमिल और कोतरारोड़ क्षेत्र में सिलसिलेवार चोरी की घटनाएं घटित हुई थी ।सभी चोरियों का पैटर्न लगभग एक ही था। बैकुंठपुर (कोरिया) और सासाराम (बिहार) से शहर में घूम-घूम कर शहद बेचने और गौ-हत्या का दोषी होने का दिखावा करने वाले 4 डेरा वाले- किशन खैरवार, राजकुमार खैरवार, चिड़ीमार खैरवार और बीरन खैरवार सभी निवासी पलामू झारखंड को हिरासत में लिया गया, पकड़े गये आरोपियों से एक देशी कट्टा और पांच जिंदा करतूस के साथ नकदी रकम 2,36,000 रूपये और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किये गये हैं । कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पिछले साल दिसंबर माह में घरघोड़ा क्षेत्र में हुई चोरी के साथ विगत मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जिले में हो रही सिलसिलेवार नकबजनी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। आरोपियों का एक साथी रामू खैरवार फरार है
आरोपियों का बयान:- पूछताछ में जानकारी मिली कि सभी पलामू जिले के डाल्टनगंज इलाके के रहने वाले हैं, छत्तीसगढ़ के कई जिलों में डेरा कर रूकते हैं । वर्तमान में आरोपियों द्वारा जिला कोरिया बैकुंठपुर के महामंदिर महामाया मंदिर रेल्वे स्टेशन के पास अपना ठिकाना बनाकर रह रहे थे । ये लोग अलग-अलग राज्यों के शहरों में दिन के समय घूम-घूम कर शहदबेचने के बहाने से गली मोहल्लों के बंद मकानों की पहचान करते हैं और उसी रात सभी मिलकर चोरियों को अंजाम देते । ये दिन के समय शहद बेचने के अलावा अपने गले में गेरुवा रस्सी डाल कर बताते कि इनसे गौ हत्या हुई है और सहयोग (रूपये) मांग कर रेकी करते थे और रात में चोरी के लिये अपने साथ बसुला लेकर घूमा करते थे ।
इन इलाकों मे की चोरियां:- आरोपियों ने बताया कि दिसंबर माह में छत्तीसगढ़ के घरघोड़ा शहर में अपने साथियों के साथ डेरा लगाए थे । इस दौरान (1) हाई स्कूल घरघोड़ा के पास कॉलोनी के बंद मकान में ताला तोड़कर सोने चांदी के जेवरात और नगदी रकम की चोरी किए और पकड़े जाने के डर से सभी सक्ती जिला जाकर डेरा लगा कर रह रहे थे, वहां भी चोरी/नकबजनी अंजाम दिये । सक्ती से वापस पिछले महीने मार्च में रायगढ़ आकर चक्रधरनगर के कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर, रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के समीप डेरा बनाकर रुके थे । सभी अपने डेरे से प्रतिदिन शहर के विभिन्न वार्ड मोहल्लों में जाकर सुबह के समय मधुरस बेचने के बहाने बंद मकानों की पहचान करते थे । आरोपियों ने बताया कि 29 मार्च की रात (2) कोतरारोड रेलवे लाइन के पास बंद मकान का ताला तोड़कर सोना चांदी के जेवरात और नकदी रकम चोरी किए थे और लौटते समय रेकी में पहचान किए (3) विनोबानगर पानी टंकी के पास मकान से सोने चांदी के जेवर चोरी किये और उसी रात (4) जूटमिल के सांगीतराई के मकान में करीब 1,50,000 के जेवरातों की चोरी को अंजाम दिए थे । सिलसिलेवार चोरी के क्रम में 30 मार्च की रात आरोपियों द्वारा पहाड़मंदिर के आगे (5) महापल्ली में एक बड़ी चोरी को अंजाम दिए जहां इन्हें नगदी रकम करीब 4,50,000 और सोने चांदी के जेवरात मिले । आरोपियों में रामू खरवार ने अपने साथियों को सुझाया की जेवरातों को रायगढ़ में बेचने से पकड़े जाएंगे । तब रामू ने जेवरातों को बाहर जाकर बेचने की योजना बनाया । आरोपियों ने बताया कि जिले की चोरियों में मिले नगदी रकम और सोने चांदी के जेवरातों को सभी आरोपियों आपस में बांटे और पुनः डेरा लेकर चरचा कॉलरी एरिया में जाकर ठहर गए। इनके डेरा में 10 से 12 लोग होते हैं जिनमे बच्चे और महिलाएं भी होती हैं । रायगढ़ जिले के अतिरिक्त आरोपियों ने सक्ती और जांजगीर जिले में पिछले साल अक्टूबर महीने में और पुनः जनवरी में चोरी की वारदात को अंजाम देना भी स्वीकार किया है।
