June 21, 2025

अंधविश्वास के चलते एक महिला की मौत..अस्पताल ले जाने की बजाय झाड़ फूंक कराते रहे परिजन…

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सामना:- छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सांप काटने के बाद उसका जहर उतारने के लिए झाड़-फूंक का सहारा लेने का मामला सामने आया है. जिला मुख्यालय अंबिकापुर शहर के लगे ग्राम रनपुर कला में सर्पदंश पीड़ित को अस्पताल ले जाने के बजाए परिजन घर में ही उसका झाड़-फूंक कराते रहे. करीब पांच घंटे झाड़-फूंक कराने के बाद जब उसकी तबियत में सुधार नहीं हुआ और वह अचेत होने लगी. तब परिजन उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अम्बिकापुर लेकर पहुंचे. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने बताया कि रनपुरकला निवासी मानकुंवर बाई पति रामबिलास जाति गोंड (46 वर्ष) 20 जुलाई की रात खाना खाने के बाद जमीन पर बिस्तर लगा सोई थी. देर रात करीब ढाई बजे उसके पैर में कुछ काटने का एहसास हुआ, तो वह चौंक कर उठ गई. शोर मचाए जाने पर परिजन जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि उसके पैर के समीप जहरीला सांप है. परिजनों ने सांप को एक जाली में ढक दिया और गांव के बैगा को लेने चले गए.

स्थिति में सुधार नहीं होने पर ले गए अस्पताल
पुलिस ने बताया कि रात करीब ढाई बजे महिला सर्पदंश की शिकार हुई थी. परिजन गांव के एक बैगा को लेकर घर आए थे और करीब पांच घंटे तक महिला का झाड़फूंक कराते रहे. सुबह सात बजे जब महिला की स्थिति में सुधार नहीं हुआ और वह अचेत होने लगी, तब उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया. इधर डॉक्टरों ने बताया कि अगर महिला को सही समय पर उपचार मिलता तो संभवत उसकी जान बचाई जा सकती थी. पांच घंटे विलंब से आने के कारण महिला के शरीर में जहर पूरी तरह से फैल चुका था. जिससे वह कोमा में चली गई थी और उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।