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रायगढ़ को मिला तीन ट्रेनों का स्टॉपेज…रेलवे बोर्ड ने दी मंजूरी…18 अगस्त से ट्रेनों का परिचालन सही समय पर!…

सामना:- रायगढ़:- रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है कि रायगढ़ रेल्वे स्टेशन को तीन ट्रेनों के स्टॉपेज की सुविधा मिली है इसके साथ ही लंबे समय से ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या से भी निजात मिलेगी।रायगढ़ रेलवे स्टेशन में यहां से गुजरने वाली 12 ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं था। यात्रियों की मांग अनुरूप इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमे से रेलवे बोर्ड ने पूर्व में चार और अब तीन ट्रेनों के स्टॉपेज की मंजूरी दे दी है। जिन तीन ट्रेनों के स्टॉपेज को मंजूरी मिली है वे हावड़ा-सांईं नगर एक्सप्रेस,सूरत-मालदा टाउन एक्सप्रेस और हैदराबाद-रक्सौल शामिल हैं। रेलवे नियमों के अनुसार सेक्शन (स्टेशन और ट्रैक में ट्रेनों को चलाने की स्थिति) क्षमता 90 प्रतिशत से अधिक होने पर अतिरिक्त गाड़ियों का ठहराव नहीं दिया जा सकता है। इसके पूर्व रेलवे ने अप्रैल माह में चार ट्रेनों सिकंदराबाद – दरभंगा एक्सप्रेस, इंदौर – पूरी हमसफ़र एक्सप्रेस,पुणे हटिया एक्सप्रेस, पूरी वलसाड एक्सप्रेस के रायगढ़ स्टॉपेज के आदेश जारी किए थे।  

12 ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग में से 7 को मिल चुकी है मंजूरी:- सूरत-मालदा टाउन एक्सप्रेस, हावड़ा-सांईं नगर एक्सप्रेस, हैदराबाद-रक्सौल, सिकंदराबाद- दरभंगा- एक्सप्रेस, हटिया- पुणे एक्सप्रेस, हावड़ा- कुर्ला ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स, हावड़ा- मुंबई एक्सप्रेस, नांदेड़- संतरागाछी एक्सप्रेस, संतरागाछी- पोरबंदर एक्सप्रेस, और पुणे-संतरागाछी हमसफर एक्सप्रेस के स्टॉपेज की मांग कई दिनों से की जा रही थी। इनमे से सिकंदराबाद – दरभंगा एक्सप्रेस, इंदौर – पूरी हमसफ़र एक्सप्रेस,पुणे हटिया एक्सप्रेस, पूरी वलसाड एक्सप्रेस,हावड़ा-सांईं नगर एक्सप्रेस,सूरत-मालदा टाउन एक्सप्रेस और हैदराबाद-रक्सौल कुल 7 ट्रेनों के स्टॉपेज की मंजूरी मिल चुकी है

जल्द सुधरेगा ट्रेनों के परिचालन:- रेलवे अधिकारियों।की माने तो 18 अगस्त के बाद से यात्रियों को ट्रेनों की लेटलाटिफी की समस्या से छुटकारा मिलने वाला है। कहा यह जा रहा है कि 18 अगस्त से ट्रेनों का परिचालन पूर्व की तरह सही समय पर शुरू हो जाएगा होगा।वहीं रेलवे में एबसेल्यूट सिग्नल सिस्टम को ऑटोमैटिक सिग्नलिंग में अपग्रेड करने की कवायद शुरू हो गई है। इससे ट्रेनें एक के पीछे चलेंगी। इस सिस्टम से ट्रैक पर गाड़ियों को रफ्तार के साथ क्षमता भी बढ़ेगी। पीछे खड़ी ट्रेनों को आगे वाली गाड़ी के स्टेशन पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और यात्रियों को समय से अपने घर पहुंचने में मदद मिलेगी। 

कोचिंग टर्मिनल हो, तभी नई ट्रेनें:- दो साल पहले रायगढ़ में कोचिंग टर्मिनल को रेलवे बोर्ड ने नामंजूर कर दिया । रायगढ़- निजामुद्दीन- रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस का मेंटेनेंस निजामुद्दीन कोचिंग डिपो में और रायगढ़- गोदिंया- रायगढ़ जनशताब्दी एक्सप्रेस का मेंटेनेंस गोंदिया कोचिंग डिपो में हो रहा है। बिलासपुर रेलवे जोन में रायगढ़ व कोरबा स्टेशन ऐसे हैं, जहां से यात्री ट्रेनें शुरू करने की मांग हो रही है, लेकिन कोचिंग टर्मिनल नहीं होने से ट्रेनों को मंजूरी नहीं मिल पा रही है। कोचिंग टर्मिनल के लिए रेलवे बोर्ड ने जो नियम तय किए, उसके मुताबिक कोचिंग टर्मिनल वहां होंगे, जहां 500 से अधिक कोच होंगे। रायगढ़ में कोचिंग टर्मिनल के लिए एसईसीआर द्वारा वर्ष 2013-14 और 2019-2020 तक प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा, लेकिन रेलवे बोर्ड ने इसे नामंजूर कर दिया है। बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि कम दूरी के कोचिंग डिपो को समाहित कर दिया जाए।

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