घरघोड़ा न्यूज़:- हत्या या आत्महत्या?…मृतक चित्रसेन के परिजनों ने जताई हत्या की आशंका..प्रेम प्रसंग से जुड़ा है मामला….अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन…की निष्पक्ष जांच की मांग..

सामना:- रायगढ़:- बीते 21 अगस्त को घरघोड़ा के ग्राम तिलाईपाली में चित्रसेन धोबा नामक युवक का शव पेड़ के पास मिला था। प्रथम दृष्टिया के आधार पर घरघोड़ा पुलिस इस मामले को आत्महत्या का अंदेशा जाहिर करते हुए जांच कर रही है,लेकिन मृतक युवक के परिजनों और ग्रामीणों ने सुशीला खड़िया, गीता, तीजमोती एवं अन्य पर हत्या किए जाने की आशंका जताई है।वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों का ज्ञापन लिया है और उन्हें आश्वासन दिया है कि सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जाएगी पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की विस्तृत खुलासा किया जाएगा, जांच जारी है।
मृतक के भाई ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सौंपा ज्ञापन:- मृतक का भाई ग्रामीणों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचा और ज्ञापन सौंपते हुए कहा है चित्रसेन धोबा की मृत्यु की निष्पक्ष की जाए क्योंकि मृतक के शरीर में कई जगह चोट के निशान भी है।जिससे यह मामला निसंदेह हत्या का प्रतीत होता है। चित्रसेन 19 अगस्त को 10:00 बजे से घर से लापता था, जिस संबंध में हम लोगों के द्वारा अपने आस पड़ोस दोस्त यार व परिवार में पता कर रहे थे तथा इ ससंबंध में थाना घरघोड़ा में भी सूचना देने वाले थे, तभी शव का पता चला।
प्रेम प्रसंग से जुड़ा था मामला?:- मेरा भाई शादीशुदा था, परन्तु उसका सुशीला खड़िया के साथ बातचीत था तथा अक्सर एक दूसरे से मिलते जुलते थे,19 अगस्त को मृतक चित्रसेन और सुशीला खड़िया गांव के ग्राम बिछिनारा व रामपुर के बीच दोनों मिले थे, बाद में लड़की वहां से चली गई, बाद में सुशीला खड़िया द्वारा दिनांक 21 अगस्त को बताया कि, चित्रसेन और मैं ग्राम बिछिनारा व रामपुर के बीच में मिले थे और चित्रसेन मेरे चुनरी को लेकर काजू पेड़ में आत्महत्या कर लिया है,परन्तु हम लोगों को पूरा शंका है कि, सुशीला खड़िया और उसके साथी गीता, तीजमोती एवं अन्य के द्वारा मेरे भाई के साथ मारपीट कर उसे बेहोश कर फांसी लगने का बहाना बनाकर फांसी पर टांगकर मारा गया है तथा उनके द्वारा मरने के उपरांत जमीन में उतार दिया गया है और चुनरी को निकालकर सुशीला खड़िया द्वारा छिपाया गया है।सुशीला खड़िया एवं उसके साथ गीता, तीजमोती एवं अन्य के द्वारा घटना की बात किसी को भी नहीं बताया गया, अपितु हत्या कर छिपाया गया है, वहीं घटना को ही सुशीला द्वारा गांव के अर्जुन अगरिया, जो कि मृत चित्रसेन का मित्र था, को घटना के बारे में बताया गया था, परन्तु अर्जुन द्वारा भी चित्रसेन की मृत्यु के संबंध में किसी को भी नहीं बताया गया है।हमारे द्वारा इस संबंध में थाना घरघोड़ा में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई, परन्तु थाना घरघोड़ा द्वारा प्रकरण में उचित जांच न कर आरोपीगण को पूछताछ कर छोड़ दिया गया है।मृतक चित्रसेन के पैर के घुटने में गोल चोट के निशान, बांये हाथ में चोट का निशान और कालापन था तथा मृतक के माथे पर गोल चोट के निशान थे तथा उसके सिर का बाल नोचे गये थे और उसके जेब में रखे नोट फटा हुआ था जिससे स्पष्ट है कि. मृत्यु से पूर्व मृतक के साथ मारपीट और छिना झप्टी कर उसे बल पूर्वक दबाव में लिया गया है और फांसी पर टांगा गया है।घटना स्थल पर सुशीला खड़िया के बाल का बक्कल भी मिला हैं, जिससे स्पष्ट है कि, सुशीला खड़िया द्वारा ही षड्यन्त्र कर मेरे भाई की हत्या की गई है। मेरे भाई के हत्यारे सुशीला खड़िया, गीता, तीजमोती, अर्जुन अगरिया एवं अन्य के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने की कृपा करें।
