कद्दावर मंत्री रविंद्र चौबे को गरीब प्रत्याशी ने दी मात..बिरनपुर हिंसा बनी वजह!…

सामना:बेमेतरा:- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का परिणाम सबके सामने आ चुका है, जिसमें भाजपा ने दोबारा सत्ता वापसी का रास्ता बना लिया है।इस चुनाव में मंत्रियों का रिजल्ट बेहद खराब रहा।प्रदेश के 13 में से 9 मंत्रियों को हार मिली है,इसके अलावा भी कई बड़े चेहरों को भी हार का मुंह देखना पड़ा है, इन सबके बीच एक सीट ऐसी भी थी जिसके परिणाम अप्रत्याशित थे,वो सीट है बेमेतरा जिले की साजा सीट।
बिरनपुर घटना के बाद से यह सीट काफी चर्चा में थी। यहां से बीजेपी के ईश्वर साहू ने कांग्रेस के कद्दावर नेता और प्रदेश के शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे को मात दे दी. ये वही ईश्वर साहू ने हैं जिनके बेटे भुवनेश्वर साहू की बिरनपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान मौत हो गई थी।ईश्वर साहू ने रविंद्र चौबे को करीब 7 हजार वोटों से हराया है।इस करारी हार की वजह बिरनपुर में हुई हिंसा को माना जा रहा है। ये कहा जा सकता है कि इस घटना के प्रति लोगों की साहनुभूति ही वोटों में तब्दील हुई है। जिसके चलते ईश्वर साहू को जीत मिली. हालांकि बीजेपी ने भी अपने प्रचार के दौरान बिरनपुर हिंसा को खूब भुनाया।कहीं ना कहीं इसी का फायदा भाजपा को मिला है।
राजधानी रायपुर से लगभग 110 किलोमीटर दूर बिरनपुर गांव में कथित तौर पर स्कूली बच्चों के बीच झगड़े के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस झड़प में एक स्थानीय युवक भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। मंगलवार को गांव में स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब पुलिसकर्मियों ने गांव से कुछ किलोमीटर दूर दो शव बरामद किए। अधिकारियों ने बताया कि शव पर चोट के निशान मिले हैं तथा दोनों बिरनपुर गांव के ही निवासी थे।
