June 19, 2025

चार चेहरे जो सीएम की रेस में आगे….भाजपा खेलेगी इन पर दांव!…

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सामना:- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में जनता ने बीजेपी को बहुमत दिया है। अब भाजपा प्रदेश में सरकार बनाएगी,लेकिन सवाल ये है कि, इस बार छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन बनेगा। बीजेपी के कद्दावर नेता जिन्होंने आठवीं बार रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की बृजमोहन अग्रवाल,पूर्व सीएम रमन सिंह के साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रायगढ़ से जीते ओपी चौधरी टॉप रेसर हैं।

बृजमोहन अग्रवाल:- बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण से आठवीं बार जीत हासिल की है,उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार महंत राम सुंदर दास को रिकॉर्ड 67 हजार मतों से पराजित किया। बृजमोहन अग्रवाल को कुल 109263 मत मिले,उन्होंने कांग्रेस के डॉ महंत रामसुंदर दास को 67851 से पराजित किया। डॉ महंत रामसुंदर दास को 41412 मत मिलेबृजमोहन अग्रवाल, डॉक्टर रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बृजमोहन को रायपुर दक्षिण सीट को भाजपा के अभेद्य किले में तब्दील करने के लिए श्रेय दिया ही जाता है, इनकी गिनती स्वच्छ छवि के सरल-सहज नेताओं में भी होती है।

ओपी चौधरी: ओपी चौधरी इस बार रायगढ़ सीट से जीते हैं।इनकी गिनती एक तेज तर्रार और विजनरी आईएएस के तौर पर होती है। 13 वर्ष इन्होंने आईएएस के पद पर काम किया जिसके बाद इन्होंने सर्विस से त्यागपत्र दे दिया और बीजेपी में शामिल हुए।इन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का करीबी कहते हैं।चुनाव प्रचार में अमित शाह ने जनता से कहा था कि, आप इन्हें जीत कर सदन में भेजिए। हम इन्हें बड़ा आदमी बना देंगे।लिहाजा ओपी चौधरी की दावेदारी बनती है.

अरुण साव : जब पार्टी को कांग्रेस से पिछली चुनाव में हार मिली तो उसके बाद संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी अरुण साव को दी गई। ये बिलासपुर से लोकसभा सांसद हैं। इस बार लोरमी से विधायक का चुनाव लड़े और भारी मतों से जीते। अरुण साव को रणनीतिकार भी कहते हैं।इसके अलावा इस बार इनके प्रदेश अध्यक्ष रहते पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया है।
बार इनके प्रदेश अध्यक्ष रहते पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया है. संघ के भी ये करीबी माने जाते हैं। इसी वजह से ये भी सीएम पद की रेस में शामिल हैं।

पूर्व सीएम रमन सिंह:- पूर्व सीएम रमन सिंह स्वाभाविक रुप से इस रेस में शामिल हैं. उनके पास राज्य के शासक का और शासन चलाने का कुशल अनुभव है।केंद्रीय मंत्री का भी अनुभव है।विपक्ष में बैठने का भी अनुभव है। इनके अलावा भी चेहरा है। जो इस पद के लिए रेस में है।