एमआईसी विवाद सुलझ गया.? या बढ़ेंगी महापौर की परेशानियां…

महापौर के लिए एमआईसी विवाद देखा जाए तो खत्म नहीं बल्कि मुसीबत बढ़ा गया है क्योंकि यह विवाद कांग्रेस पार्टी के लिहाज से सुलझ गया लेकिन महापौर जानकी काटजू के लिए मुसीबत और गहरा गई। अब नए फार्मूले में महापौर अपनी पसंद के 2 ही लोगों को एमआईसी में ले सकेंगी। इसमें अनुपमा शाखा यादव और विकास ठेठवार का नाम तय माना जा रहा है। रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, लैलूंगा विधायक चक्रधर सिदार, महापौर जानकी काटजू, सभापति जयंत ठेठवार और कांग्रेस के पार्षद 2-2 लोगों को एमआईसी के लिए चुनेंगे। 6 एमआईसी सदस्यों में दो नाम सलीम नियरियाऔर रत्थु जायसवाल तय माने जा रहे हैं।सारे सदस्य अपनी पसंद के रखने की कोशिश में लगीं महापौर के मंत्रिमंडल में अब उनके –अपनों- की संख्या पहले के मुकाबले भी कम हो जाएगी।सभापति जयंत ठेठवार और विधायक प्रकाश नायक एक ही गुट के माने जाते है इस लिहाज से जयंत का पलड़ा भारी हो सकता है। बहरहाल अब आज के फ़ैसले पर ही सभी की नज़रे टिकी हुई हैं।
कल शुक्रवार चार घंटे की बैठक में तात्कालिक रूप से विवाद का पटाक्षेप कर दिया गया और एमआईसी पुर्नगठन का फैसला हुआ।विधायक निवास के बाहर सभी लोगों को एक-एक कर मिलने जरूर बुलाया गया था। लेकिन सभापति और महापौर का गुट अलग-अलग नजर आया। अलग-अलग झुंड में खड़े पार्षद और कार्यकर्ता मंत्रणा करते दिखे।
