बीईओ ने की पत्रकार से अभद्रता… पुस्तक एवं यूनिफॉर्म वितरण की जानकारी मांगने पर कहा…भागो यहां से..

बरमकेला:–बरमकेला विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पास यूनिफॉर्म एवं पाठ्यपुस्तक वितरण की जानकारी लेने गए पत्रकारों पर बीईओ एस एन भगत द्वारा अभद्रता कर जानकारी नही देने की बात कही, उन्होंने जानकारी के दौरान पत्रकारों को कवरेज करने से बाधा उतपन्न करते हुए तुम लोग मेरे बड़े अधिकारी हो जो तुमको बताऊंगा, तुम लोग भागो:—कहकर बदसूलकी किया, यह हालात पत्रकारों की है तो आमजन एवं शिक्षा विभाग की कर्मचारी से किस तरह का बर्ताव किया जाता होगा । आए दिन बरमकेला बीइओ के ऊपर विभागीय शिकायतें हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। इस अभद्र व्यवहार के लिए बरमकेला पत्रकार ने जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़,एवं जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत करने का मन बना लिया है । सरकार की ओर से संचालित प्राथमिक ,माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाने वाली निशुल्क किताबों के वितरण में लापरवाही की जा रही है। इस संबंध में बरमकेला के शिक्षा अधिकारि एस एन भगत की लापरवाही की वजह से किताब वितरण में बच्चे वंचित है। दरअसल मौजूदा समय में कोरोना काल में बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा था,बुनियादी शिक्षा नए सत्र की शुरुआत में ही लापरवाही की भेंट चढ़ती दिख रही है। 13 दिन बीत गए पर जिम्मेदार.. स्कूलों में बच्चों को शत-प्रतिशत किताबों का वितरण नहीं कर सके। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जब अभी तक किताब का वितरण नहीं हो सका तो शिक्षा की अलख कब से जलाई जाएगी? इसे लेकर अविभावक चिंतित हैं।शिक्षा विभाग ने नए शिक्षण सत्र की शुरुआत 2 अगस्त से बड़ी ही गर्मजोशी के साथ की। मगर बेसिक शिक्षा की बुनियाद सत्र की शुरुआत में ही हिलती नजर आ रही है। बानगी के तौर पर बरमकेला स्कूलों को लिया जा सकता है। यहां पर कुल प्राथमिक शाला 242,माध्यमिक शाला 121,हाई स्कूल 10 ,हायर सेकेंडरी 19 तथा 44 संकुल केंद्र बरमकेला विकास खण्ड में है इनमें पढ़ने वाले लगभग 40 स्कुलो में पाठ्यपुस्तक एवं यूनिफॉर्म वितरण में 55 स्कूलों के बच्चों को आज तक किताब एवं यूनिफॉर्म नहीं मिल सका है। किताबों का वितरण भी आधा-अधूरा होने से शिक्षण कार्य पूरी तरह से बाधित है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेसिक शिक्षा की बुनियाद कितनी मजबूत बनाई जा रही है।
शिक्षा विभाग की खबरों का बहिष्कार-
बरमकेला अंचल में हुए इस घटना की कड़ी निंदा पत्रकारों द्वारा किया गया है और विकासखंड बरमकेला के समस्त पत्रकारों ने एकजुट होकर शिक्षा विभाग की खबरों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।
