शासकीय नटवर स्कूल के अस्तित्व को बचाने रायगढ़ शहर हुआ एकमत…संघर्ष समिति का गठन…सर्व समाज की बैठक…

रायगढ़:- राज्य सरकार द्वारा स्वामी आत्मानन्द विद्यालय खोले जाने के निर्णय के तहत रायगढ़ की पहचान बन चुकी पूर्व आदिवासी राजा नटवर सिंह के नाम से बने सेठ किरोड़ीमल नटवर हाई स्कूल को स्वामी आत्मानन्द विद्यालय के नाम पर चलाने के निर्णय के विरोध में आज स्थानीय पंचायती धर्मशाला में रायगढ़ शहर के सर्वसमाज,सर्वदलीय प्रबुद्ध जनों की एक बैठक हुई जिसमे सभी ब्लाक स्तरों पर जरूरत के हिसाब से नए भवनों या पुराने हिंदी माध्यम के वो स्कूल जिसमे विद्यार्थियों की संख्या कम हो उन सभी स्कूल में परिवर्तन कर अंग्रेजी माध्यम करने का शासन के अव्यवहारिक निर्णय का आमजन विरोध किया गया। नए संकाय खोलने का आमजनता स्वागत करती है पर पुराने माध्यम को बंद करना गलत है
रायगढ़ में भी पूर्व में नगर पालिका स्कूल को बंद कर वहां नए भवन का निर्माण कर स्वामी आत्मानन्द स्कूल का प्रारूप बना इस स्कूल का सभी शहर वासियों ने स्वागत किया पर जिला प्रशासन द्वारा अचानक इसमे फेरबदल कर नटवर स्कूल ट्रांसफर कर दिया गया,जो कि शहर वासियों को नागवार गुजरा इस स्कूल में पढ़ रहे 1100 बच्चों के भविष्य को बचाने रायगढ़ के सर्व समाज,सर्व दलीय कर एक संघर्ष मोर्चा बनाने का निर्णय लिया गया था इस मोर्चे के माध्यम से आगे की रणनीति बनाने का सामान्य निर्णय हुआ सर्वप्रथम जिला कलेक्टर व शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन देकर इस मुद्दे से अवगत कराया जाएगा साथ ही स्कूल का नाम ना बदलने का भी अनुरोध किया जाएगा यदि मांगें पूरी नहीं हुई ना तो आगे धरना प्रदर्शन के जरिए अपनी मांग मनवाने का निर्णय लिए जाएगा।
इस आवश्यक बैठक में राज परिवार के सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह,गुरूपाल भल्ला,उमेश अग्रवाल, रूपकुमार चौहान,सुभाष पाण्डेय,राधेश्याम शर्मा,जयंत बहिदार,नागेश जी,प्रेम पाण्डेय,योगेश पाण्डेय,दिनेश षड़ंगी,पूनम सोलंकी,घरघोड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष शिशु सिन्हा,गुरुविंदर घई,सुरेश गोयल,गौतम अग्रवाल,विकास केड़िया,पवन शर्मा,अनुपम पाल, मनीष गाँधी, सौरभ चौधरी,मनीष पालीवाल, नरेंद्र चौबे सहित शताधिक बच्चे व उनके अभिभावक उपस्थित रहे ।
