June 20, 2025

रामलीला मैदान के जीर्णोंद्धार का सपना दिखाकर बैकफुट में आना कांग्रेस की दोहरी मानसिकता का परिचायक — शक्ति अग्रवाल

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सामना न्यूज़:-रायगढ़:-एक समय था जब शहर के चारो दिशाओं में खेल के मैदान हुआ करते थे। बढ़ती जनसंख्या,भवन,मॉल व अतिक्रमण की मार के कारण मैदानों का अस्तित्व समाप्त हो गया है अब शहर में उंगलियों में गिनने लायक मैदान बचे है। रामलीला मैदान,संजय मैदान और नटवर स्कूल मैदान। इन सभी मैदानों में रामलीला मैदान हमेशा सुर्खियों में रहा है। रामलीला मैदान है ऑल इंडिया राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता,युवा खिलाड़ी व क्लब क्रिकेट को प्राथमिकता देने वाला आयोजन स्व. काकोली चटर्जी स्मृति प्रतियोगिता,स्व. जीडी दास राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता समेत कई स्तरीय टूर्नामेंट का गढ़ रहा है।लेकिन आज यह मैदान अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है।

रामलीला मैदान की बदहाल हो चुकी स्थिति को लेकर सोशल मीडिया जिला संयोजक भारतीय जनता पार्टी के शक्ति अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि:-इस मैदान को लेकर समय समय पर साकेत पांडेय ,विकास पांडेय,विजय यादव,शारदा गहलौत व अन्य खिलाड़ी आवाज़ बुलंद करते रहते हैं पर आज तक इस मैदान का जीर्णोधार नही हो पाया है। कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र का अहम बिंदु इस मैदान के कायाकल्प का था। कांग्रेस के तीन वर्ष पूर्ण होने को आए लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। खिलाड़ियों की भावनाओं के साथ आख़िर इस तरह का खिलवाड़ क्यों ? यदि इस मैदान का जीर्णोधार खिलाड़ी हित में नहीं हुआ तो इसके लिए अब आंदोलन निश्चित तौर पर किया जाएगा। खिलाड़ियों के इस शानदार खेल मैदान की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। शासन- प्रशासन और खासकर कांग्रेस पार्टी जिनके चुनावी घोषणा पत्र का अहम बिंदु था उन्हें इस मैदान के जीर्णोद्धार के लिए यथाशीघ्र पहल करनी होगी नही तो भाजपा इस मैदान के लिए हल्ला बोल करने से नहीं चूकेगी।