भाजपा समर्थित सरपंच के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव- ध्वस्त..अपनी कुर्सी बचाने में सरपंच रहीं कामयाब…

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-रायगढ़ जिले के जनपद पंचायत बरमकेला अंतर्गत ग्राम पंचायत सुखापाली की सरपंच श्रीमती संजुक्ता दशरथ साहू पर आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत सुखापाली के 12 पंचों ने सारंगढ़ राजस्व अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष लिखित में शपथ पूर्वक बयान देते हुए अविश्वास प्रस्ताव हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था।
जिस पर एसडीएम सारंगढ़ ने आज सोमवार को अधिकारियों को नियुक्त कर पंचायत भवन में अविश्वास की प्रक्रिया अंतर्गत चुनाव कराया जिसमें स्थानीय सरपंच भाजपा नेत्री संजुक्ता साहू के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया।
सुखापाली सरपंच को हटा पाने में नाकामयाब रहे कांग्रेसी:–
रायगढ़ विधायक प्रतिनिधियों की दखल के बावजूद पूर्व मण्डल भाजपा अध्यक्ष दशरथ साहू की पत्नि सरिया मण्डल भाजपा महिला मोर्चा के महामंत्री संजुक्ता साहू को कुर्सी से उतारने में नाकामयाब रहे।
अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया के दौरान पीठासीन अधिकारी द्वारा सरपंच को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया तो सरपंच संजुक्ता साहू ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में मेरे विरुद्ध लगाए गए सारे आरोप झूठे एवं बेबुनियाद है।इस देश में तो माता सीता के ऊपर भी झूठे एवं बेबुनियाद आरोप मढ़े गए थे।
उन्होंने कहा कि इस देश में माता सीता को भी अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा था ठीक उसी तरह आज मेरी भी अग्नि परीक्षा है जिसमें नि:संदेह मैं भी सफल होकर निकलूंगी।
जबसे कांग्रेस की सरकार बनी है तब से निर्वाचित प्रतिनिधि हैं परेशान:भाजपा
सरिया मण्डल भाजपा अध्यक्ष परदेशी प्रधान महामंत्री द्वय चूड़ामणि पटेल एवं राधामोहन पाणिग्राही,मंत्री शशि डनसेना ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जबसे कांग्रेस की सरकार बनी है तब से अंचल के कुछ कांग्रेसी द्वारा भारतीय जनता पार्टी समर्थित निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध ऐन-केन-प्रकरेन आरोप लगाकर जबरन अपने पाले में लेना चाह रहे हैं हैं और जो मनाही करें उसे विभिन्न हथकंडे अपनाते हुए डरा धमकाकर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की बात कहा जा रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि बदले की भावना से भय और भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाले लोगों ने दल विशेष के नेताओं को परेशान करना उनके सत्ता लोलुपता अहंकार का परिचायक है और वह लंबे समय तक टिक नहीं पाएगी। चूंकि सत्य परेशान जरूर हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।
