नगर पंचायत में काबिज़ भाजपा की सरकार गिरी….भाजपा की आपसी लड़ाई से..कॉंग्रेस को होगा फायदा!…

सामना न्यूज़:-जशपुर:-विगत दिनों पत्थलगांव के पार्षदों ने मिलकर नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जिला मुख्यालय में सौंपा था जिसके तहत वोटिंग की तारीख़ 24 जनवरी को तय की गई थी। आज अनुविभागीय अधिकारी की उपस्थिति में पार्षदों ने अपना मत डाल कर नगर पंचायत में भाजपा अध्यक्ष सूचिता एक्का को पद से हटा दिया। अध्यक्ष के समर्थन में 3 और विरोध में 12 मत पड़े।
भाजपा नहीं बचा पाई अपना अध्यक्ष:- नगर पंचायत पत्थलगांव में भाजपा के नौ पार्षद काबिज़ हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस के महज़ पांच पार्षद। बावजूद इसके भाजपा अपने अध्यक्ष को नहीं बचा पाई और भाजपा की सरकार गिर गई।दरअसल अध्यक्ष सुचिता एक्का की कार्यप्रणाली से खुद भाजपा के ही कई पार्षद नाराज़ थे यहां तक कि उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता ने तो प्रत्यक्ष रूप से अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि नगर में कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहा है और केवल कमीशनखोरी ही पंचायत में चल रही है।
आपसी तालमेल की कमी से गिरी सरकार:-पत्थलगांव नगर पंचायत में 15 वार्ड हैं जिसमें से 9 पर भाजपा का कब्जा है 1 निर्दलीय और 5 कांग्रेस के पार्षद हैं, नगर पंचायत पत्थलगांव में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी भाजपा के ही हैं,लेकिन कुछ समय से नगर पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और कुछ भाजपा पार्षदों के बीच आपसी सामंजस्य सही नही चल रहा था जिसका असर ये हुआ कि बहुमत से काबिज़ भाजपा अपने ही गुटबाजी में अपनी सरकार गिरा बैठी।
भाजपा की आपसी लड़ाई से कॉंग्रेस को होगा फायदा:-भाजपा की इस आपसी लड़ाई से इसका सीधा फायदा कॉंग्रेस को हो सकता है जैसे ही वोटिंग के परिणाम जारी किए गए वहाँ उपस्थित कॉंग्रेस पार्षदों ने जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए थे जिससे इतना तो तय है कि अब कांग्रेसी भी इस पलटी बाज़ी को अपने पक्ष में करने का मौका खोना नहीं चाहते। जानकारों की माने तो कॉंग्रेस नगर पंचायत में अपना अध्यक्ष बनाने की जुगत में जुट गई है।
