भगवान शिव को कारण बताओ नोटिस.. अवैध कब्ज़ेधारियों में भगवान भी शामिल!…हो सकती है कार्रवाई…

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-रायगढ़ नगर निगम अंतर्गत वार्ड क्र. 25 में अवैध भूमि कब्ज़े का अनोखा मामला सामने आया है जिसमें कब्जाधारी के तौर पर भगवान शिव को भी पार्टी बनाया गया।
भगवान के नाम नोटिस:-राजस्व न्यायालय रायगढ़ में तहसीलदार ने शिव मंदिर के नाम से नोटिस निकाला है, जिसमें भगवान शिव को न्यायालय में आकर अपना पक्ष रखने और मंदिर से संबंधित दस्तावेज पेश करने के आदेश दिए गए हैं।इसके बाद सब हैरान हैं।इस नोटिस की चर्चा होने के बाद प्रशासन ने भी अपना पक्ष रखा और इसे मानवीय भूल बताया है।
क्या है मामला:-दरअसल रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्र. 25 की सुधा राजवाड़े नामक महिला ने हाई कोर्ट में एक याचिका लगाई थी, उसमें अपनी भूमि तक पहुंच मार्ग ना मिलने और लोगों द्वारा रास्ते पर अवैध कब्जा करने की शिकायत की गई थी।उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ के आदेश के बाद तहसील न्यायालय रायगढ़ में कौहाकुंडा क्षेत्र के लोगों को उनका पक्ष रखने और अपने काबिज़ भूमि के संबंध में दस्तावेज के साथ न्यायालय में प्रस्तुत होने के लिए नोटिस जारी किया गया। जिन लोगों को नोटिस जारी किया गया, उनमें शिव मंदिर का नाम भी शामिल है।इस नोटिस को देखने के बाद सब हैरान रह गए।गांव में तालाब के पास बने शिव मंदिर को तहसीलदार कोर्ट से नोटिस जारी किया गया है।
तहसीलदार का तर्क:-पूरे मामले में राजस्व न्यायालय के नायब तहसीलदार विक्रांत राठौर ने बताया कि एक मानवीय भूल की वजह से शिव मंदिर को नोटिस गया है,क्योंकि ऑपरेटर ने शिव मंदिर के पुजारी शिव मालाकार के नाम की जगह सीधे शिव मंदिर लिखकर नोटिस भेज दिया।इसे सुधार लिया गया है।मामले में सभी से दस्तावेज मंगाए गए हैं।यदि अवैध कब्जा मिलता है तो जुर्माने की कार्रवाई के साथ ही बेदखली की कार्रवाई भी की जा सकती है।फिलहाल पूरे प्रकरण में जांच चल रही है।
क्या कहती हैं वार्ड पार्षद सपना सिदार:-वहीं इस मामले में वार्ड पार्षद सपना सिदार का कहना है कि यह भगवान शिव का अपमान है।शहर में और भी कई ऐसे मंदिर हैं जो कि तालाब किनारे बने हैं उन पर बेदख़ली की कार्रवाई क्यों नहीं कि जाती क्या तहसीलदार को केवल हमारे वार्ड स्थित शिव मंदिर ही अवैध दिखाई दिया?.यह मंदिर सार्वजनिक और पुश्तैनी भी है जो बरसों से यहां के लोगों की आस्था का केंद्र है ऐसे में इस शिव मंदिर के नाम जुर्माना लगाया जाना या कार्रवाई करना अनुचित है।
बहरहाल भगवान शिव के मंदिर सहित सभी 10 लोगों को नोटिस जारी किया गया है साथ ही इस मामले की सुनवाई दौरान न्यायालय में उपस्थित ना होने पर दस-दस हज़ार का जुर्माना लगाया जाएगा।इस केस की अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी जिसमें भगवान शिव मंदिर को भी अपना पक्ष न्यायालय में रखना होगा…

