June 23, 2025

दो गुटों में बटी भाजपा…आख़िर निष्काषन किसका..? पीड़ित कार्यकर्ताएं पहुंची रायपुर..संगठन के निर्णय पर टिकी सभी की निगाहें…

IMG_20220324_152546.jpg
Share

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-विधानसभा चुनाव होने डेढ़ साल शेष हैं और भाजपा अभी चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है लेकिन इसके विपरीत  इन दिनों भाजपा रायगढ़ में सियासी भूचाल मचा है जिसमें लगातार नए मामलों का खुलासा होता जा रहा है, सूत्रों की मानें तो महिला पदाधिकारी ने जब मंडल तथा  ज़िलापदाधिकारी पर आरोप लगाया तब उन्होंने अपनी गुटीय महिलाओं की कामकाजी बैठक के माध्यम से महिला प्रभारी के आगमन पर उस महिला पदाधिकारी के निष्कासन की मांग की योजना बनाई ,ऐसे में वें महिलाएं पीड़ित महिला को छोड़कर अपने पद को सुरक्षित करने में लगी हुई है। क्या छः माह पूर्व मंडल तथा ज़िलापदाधिकारी के विरुद्ध की गई शिकायत को अनदेखा कर महिला को निष्कासित करने की मांग उचित है? और यदि उसे पार्टी द्वारा नोटिस देकर जवाबदेही किया गया था तो क्या उसने जवाब नहीं दिया है? यदि जवाब दिया है तो पार्टी फोरम ने जवाब को सार्वजनिक क्यू नही किया?

दो गुटों में बंटी भाजपा:-सूत्रों की माने तो भाजपा महिला मोर्चा भी दो गुंटो में बंटी हुई नज़र आ रही है। एक ओर कुछ महिलाएं ज़िलापदाधिकारी का समर्थन कर अपना पद संभालने लगी हुई है तो वहीं दूसरी ओर महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सुषमा खलखो एवं पूर्व जिला महामंत्री  शोभा शर्मा पीड़ित महिला पदाधिकारी को लेकर उसका बयान दिलाने जिला भाजपा कार्यालय प्रदेश पदाधिकारी के पास पहुंची जहां उसने अपनी पूरी आप बीती बताई…

प्रदेश उपाध्यक्ष के समक्ष रखी बात:-शुक्रवार को भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया रायगढ़ प्रवास पर थीं इस दौरान पीड़ित महिला कार्यकर्ता के साथ अन्य दो महिला कार्यकर्ताओं ने भी अपनी शिकायत उनके समक्ष रखी।मिली जानकारी के अनुसार उपाध्यक्ष ने उन्हें इस पूरे मामले की शिकायत प्रदेश स्तर पर कहने की सलाह दी जिसके बाद आज तीनो पीड़ित कार्यकर्ता अपने अन्य साथी महिला कार्यकर्ताओं के साथ रायपुर रवाना हुई हैं जहाँ वे पार्टी के बड़े नेताओं के समक्ष अपनी  शिकायत रखेंगी।

बहरहाल ऐसे में यह देखना होगा की इस मामले में संगठन क्या निर्णय लेगा? क्योंकि हाल ही में ऐसी ही शिकायतों पर जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिलाध्यक्ष को पद से हटाया गया है तो ऐसी स्तिथि में रायगढ़ के दागदार होते ज़िलापदाधिकारी एवं मंडल पदाधिकारी पर क्या ऐसी ही गाज गिरेगी?या महिला कार्यकर्ता के विरुद्ध ही कार्रवाई की जाएगी? प्रदेश के इस निर्णय तथा भाजपा के इस मामले पर ही पूरे ज़िले की निगाहें टिकी हुई है….