चक्रधर समारोह को लेकर ज़िला प्रशासन ने आहूत की बैठक..हुई जमकर बहस…किसने क्या कहा पढ़िए तर्क…

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-रायगढ़ की शान चक्रधर समारोह के आयोजन के संबंध में कलेक्ट्रेड सभाकक्ष में जिला प्रशासन ने बैठक रखी।जिसमे विधायक,शहर के सभी गणमान्य नागरिक,जन प्रतिनिधि व जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद रहे।बैठक में जिला प्रशासन द्वारा चक्रधर समारोह के लिए तर्क दिया गया कि अभी कोरोना के मरीज बढ़ रहे है यदि इस कार्यक्रम से कोरोना मरीज़ों के केसेज़ बढ़े तो उसकी जवाबदेही किसकी होगी??इसके अलावा ज़िले में बाढ़ की स्थिति निर्मित है ऐसे भी सभी अधिकारी कर्मचारी बाढ़ राहत कार्य मे लगे हुए हैं साथ ही इस भव्य आयोजन तैयारी के लिए समय की कमी का हवाला देते हुए हुए इस सम्बंध में अपनी राय रखने का आग्रह किया गया।
इस विषय पर कई जनप्रतिनिधियों ने अपनी राय रखी इसी पर जब सुरेन्द्र पाण्डेय ने प्रशासन के इन तर्को पर अपनी राय व्यक्त की और कहा की:-वर्तमान में कोरोना की वजह से कोई भी कार्यक्रम पूरे देश प्रदेश में रद्द नहीं हुए हैं सभी सामाजिक, राजनैतिक व धार्मिक आयोजनों में अनुमति प्रदान की गई है तो क्या सिर्फ आदिवासी राजा के सम्मान में किए जाने वाले आयोजन में ही कोरोना के फैलने की संभावना है?? और इसकी भी किसी को जिम्मेदारी लेनी होगी जबकि शहर में ही दो दो मीना बाजार खोले गए है तब इसकी जिम्मेदारी किसने ली? और किसकी होगी ? आगे उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि-यदि प्रशासन की मंशा इस कार्यक्रम को करवाने की होती तो वह इस तरह के तर्कों का सहारा न लेती जो बिल्कुल ही निर्रथक है हर वर्ष यह कार्यक्रम नीयत तिथि में होता आया है फिर इस बार क्यों आयोजन की बैठक इतननी देर से बुलाई गई।जिसके बाद इन्ही तर्को को सुनकर विधायक प्रकाश नायक व सुरेंद्र पांडेय के बीच बहस शुरू हो गई जिसमे सभी ने शांत कराकर बैठक को आगे बढ़ाया। बहरहाल प्रशासन के अपने तर्क हैं और जनप्रतिनिधियों के अपने….कोविड काल मे पिछले दो वर्षों से स्थगित इस चक्रधर समारोह के इस वर्ष भी स्थगित होने की संभावना जताई जा रही है।

