एबीवीपी नगर मंत्री पर हुआ हमला…मामले में चढ़ा “सियासी रंग”…भाजपा ने किया जमकर हंगामा…तो एनएसयूआई अध्यक्ष ने कहा…

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-पिछले दो दिनों से जारी डिग्री कॉलेज में एडमिशन को लेकर एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र नेताओं के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है जहां मंगलवार को भी दोनों ही पक्षों के बीच हाथापाई और जमकर हंगामा मचा हुआ था तब मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया।वहीं आज फिर एबीवीपी के नगर मंत्री मनोज अग्रवाल पर अज्ञात लोगों द्वारा हमला किया गया।इस घटना की शिकायत दर्ज कराने लहूलुहान मनोज अपने साथियों के साथ चक्रधरनगर थाने पहुंचे जहां से उन्हें मुलायजा के लिए ज़िला चिकित्सालय लाया गया जहां उनके सिर पर तीन टांके लगे और सिटी स्कैन करवाया गया।
थाने में हुआ जमकर हंगामा:-इधर घटना की सूचना पाकर भाजपा के नेता,महिला नेत्रियां और एबीवीपी के छात्र नेता चक्रधरनगर थाने पहुंचे जहां सभी ने जमकर नारेबाजी की और एनएसयूआई के नेताओं पर इस हमले का आरोप लगाते हुए तत्काल उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। मामले में चढ़ा सियासी रंग–एबीवीपी के नगर मंत्री मनोज अग्रवाल के ऊपर हमला होने पर इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया और भाजपा ने सीधे एनएसयूआई पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस के पार्षद आरिफ हुसैन व उसके एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने हत्या करने की साजिश रच कर हमला किया है। आरिफ हुसैन एनएसयूआई अध्यक्ष:-मंगलवार को हुए वायरल वीडियो में एबीवीपी कार्यकर्ताओं व कॉलेज के कैंटीन के कुछ युवकों के मध्य हाथापाई हुई थी।और आज बुधवार की सुबह भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था जिसके बाद शाम को मनोज अग्रवाल के ऊपर हमला हुआ। एबीवीपी के कार्यकताओं द्वारा हमलावरों में मेरा भी नाम लिया गया है जबकि मेरा इन सब से कोई लेना देना नहीं है।। क्या कहते हैं प्रभारी सीएसपी दीपक मिश्रा:-इस मामले में पुलिस का कहना है कि आस पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। कल डिग्री कॉलेज में मारपीट हुई थी मनोज अग्रवाल ने उन्ही पर संदेह व्यक्त किया था। फिलहाल अज्ञात आरोपी के विरुद्ध एफआईआर कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।। बहरहाल यह पहला मामला नहीं है जब कॉलेज में किसी मुद्दों को लेकर एनएसयूआई व एबीवीपी कार्यकर्ता आपस में भिड़े हों।इससे पूर्व भी दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति निर्मित होती रही है और मामला थाने तक जा पहुंचा है।अब देखना यह होगा कि इस बार विवाद प्राणघातक हमले तक पहुंच चुका है ऐसे में पुलिस सीसीटीवी फुटेज और तथ्यों के आधार पर क्या कार्रवाई करती है।
