June 3, 2025

हर कुपोषित बच्चे को ट्रैक कर उसके स्वास्थ्य व खानपान का रखना है पूरा ख्याल-कलेक्टर श्री भीम सिंह

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गर्भवती महिलाओं की सेहत का विशेष ध्यान रखने दिए निर्देश

कलेक्टर श्री सिंह ने महिला बाल विकास विभाग की ली समीक्षा बैठक

रायगढ़, 16 जुलाई2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने पिछले 6 माह में कुपोषण मुक्ति के लिए किए गए कार्यों की सेक्टरवार समीक्षा की। जिन सेक्टरों में प्रदर्शन अच्छा रहा उनकी सराहना की तथा आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित करने की बात कही। वहीं जिन सेक्टरों में प्रदर्शन कमजोर रहा वहां अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में कुपोषण में लगभग 9 प्रतिशत की कमी आयी है। हमें अब जिले में कुपोषण की दर को और नीचे लेकर जाने के लिए तेजी से कार्य करना होगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कुपोषण मुक्ति के लिए किए गए कार्यों में कुछ सेक्टरों में बहुत अच्छा काम हुआ है। वहीं कुछ में अपेक्षित परिणाम नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि सभी को कड़ी मेहनत करनी होगी तभी हम जल्द जिले में कुपोषण की दर न्यूनतम कर सकेंगे। कापू व घरघोड़ा सेक्टर के सीडीपीओ को अच्छे कार्य के लिए 15 अगस्त के समारोह में पुरस्कार स्वरूप मोबाईल देने के निर्देश दिए।
इन सेक्टर्स के सरिया, कोलाईबहाल, बाकारूमा में कुपोषण के दर में अच्छी कमी लायी गई है। कलेक्टर श्री सिंह ने यहां के सुपरवाईजर्स से उनके अनुभव सबसे साझा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से बच्चों के पालकों से गृह भेंट कर खानपान व स्वच्छता संबंधी आदतों का महत्व बताया गया। गर्म भोजन व अण्डा बच्चों को अपने सामने खिलाया गया। जिससे सुनिश्चित हो कि पोषण आहार बच्चे को समय पर मिल रहा है। वहीं मुकडेगा तथा लेन्ध्रा सेक्टर में अपेक्षित कार्य नहीं होने पर कलेक्टर श्री सिंह ने वहां के सीडीपीओ व सेक्टर सुपरवाईजर पर गहरी नाराजगी जताई।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी सुपरवाईजर से कहा कि कुपोषण मुक्ति के लिए एक-एक कुपोषित बच्चों को टै्रक कर उसके स्वास्थ्य व खानपान का पूरा ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही उन्होंने गर्भवती माताओं का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। गर्भवती माताओं में पोषण स्तर कम होने पर उसका सीधा असर बच्चे पर पड़ता है तथा उसकी ग्रोथ प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताओं के खान-पान का विशेष ध्यान रखने तथा उन्हें भी अण्डा प्रदान करने के लिए कहा। कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सभी विकासखण्ड के सीडीपीओ के कार्यों की समीक्षा की। कार्य में लापरवाही के चलते पुसौर, रायगढ़ शहरी, बरमकेला व लेन्ध्रा के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने एनआरसी केन्द्रों के संचालन की जानकारी ली। जिला अस्पताल में संचालित एनआरसी में बच्चों के खिलौने व टीबी की व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जतायी। सभी एनआरसी केन्द्रों में स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़े शिक्षाप्रद वीडियो सुबह-शाम एक-एक घंटे दिखाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैठक में एनआरसी केन्द्र की फीडिंग डिमान्सट्रेटर द्वारा बच्चों व महिलाओं के खान-पान की सही मात्रा व तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत स्व-सहायता समूहों के भुगतान की समीक्षा की। भुगतान लंबित होने पर गहरी नाराजगी जतायी तथा भुगतान तत्काल करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए। इस दौरान सहायक कलेक्टर सुश्री रोमा श्रीवास्तव, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.के.जाटवर, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री खाण्डेकर सहित महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ व सेक्टर सुपरवाईजर सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
एनीमिया से निपटने दिए जा रहे 01 करोड़
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कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में किशोरी बालिकाओं में एनीमिया (खून की कमी) से निपटने के लिए डीएमएफ से 01 करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 20 लाख की मशीन और शेष राशि का उपयोग जांच, दवाईयों व डाइट में खर्च किए जायेंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने महिला बाल विकास अधिकारी तथा सीएमएचओ को इसके लिए व्यापक कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
बाल संदर्भ शिविर हो नियमित आयोजित
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कलेक्टर श्री सिंह ने नियमित रूप से बाल संदर्भ शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से शिविर आयोजित होने पर बच्चों का इलाज तथा उन्हें यदि कोई गंभीर समस्या है तो उसकी पहचान सुनिश्चित होती है। उन्होंने सीएमएचओ को तय शेड्युल के अनुसार शिविर लगाने के निर्देश दिए।
दूध और मिलेट खिचड़ी होगा मेनू में शामिल
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कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि बच्चों में जल्द कुपोषण से सामान्य स्तर पर लाने के लिए प्रोटीन और कैल्शियम रिच आहार को प्रमुखता से मेनु में रखा जाए। उन्होंने आंगनबाडिय़ों में दूध प्रदान करने की व्यवस्था के निर्देश दिए। इसके लिए सरपंचों और जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के लिये कहा। उन्होंने प्रशासन की ओर से भी सहायता दिए जाने की बात कही। उन्होंने प्रोटीन से भरपूर रागी और कोदो जैसे मिलेट (मोटे अनाज)की खिचड़ी को भी मेनू में शामिल करने के लिये कहा। इसके साथ ही प्रस्तावित रागी के लड्डू का वितरण भी जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
6 माह में माहवारी स्वच्छ जिला बनाने के लक्ष्य के साथ करें काम

कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में माहवारी स्वच्छता के उद्देश्य से चलाए जा रहे पावना अभियान की समीक्षा की। बताया गया कि धरमजयगढ़ के खम्हार में सेनेटरी पेड निर्माण व पैकेजिंग यूनिट लगायी गई है। जिससे अच्छी गुणवत्ता के सेनेटरी नेपकिन तैयार किए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने अगले 6 माह जिले को माहवारी स्वच्छ जिला बनाने के लक्ष्य के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सेनेटरी पैड निर्माण की एक और यूनिट लगाने तथा जिले के सभी पंचायतों में सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने व जागरूकता के लिए पूर्व से कार्यरत महिला समूहों के साथ 25 और समूहों को और जोडऩे के लिए निर्देशित किया। उन्होंने गांव में आंगनबाड़ी, स्वच्छता सखी और स्व-सहायता समूह के माध्यम से सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने के लिए कहा।