डिमांड अनुसार स्व-सहायता समूहों से टाईअप करें उद्योग-कलेक्टर श्री भीम सिंह


कलेक्टर ने ली सीएसआर के संबंध में उद्योग प्रतिनिधियों की बैठक

रायगढ़, 16 जुलाई2021/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप जिले में स्व-सहायता समूहों को आजीविका के लिये उन्हें विभिन्न आयमूलक गतिविधियों से जोडऩा है, इसके लिए उद्योग के डिमांड के आधार पर इंडस्ट्रीज को स्व-सहायता समूह से टाईअप करने की दिशा में काम किया जा रहा है। जिससे समूहों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगे। उक्त बातें कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित सीएसआर की बैठक में कही।
कलेक्टर श्री सिंह ने उद्योग प्रतिनिधियों से उनके कार्य क्षेत्र में लगने वाले वस्तुओं के डिमांड के आधार पर उनसे बात की। उद्योग प्रबंधनों ने सेफ्टी बेल्ट, जैकेट, जूता, फिनाईल, झाडू एवं अन्य वस्तुओं की मांग रखी। कलेक्टर श्री सिंह ने उद्योग अधिकारी को एक कमेटी बनाने और पूरी प्लानिंग के साथ इस पर कार्य करने हेतु निर्देशित किया। ताकि जिले में यूनिट लगाकर स्व-सहायता समूहों एवं स्थानीय स्तर पर लोगों को स्व-रोजगार से जोड़ा जा सके। उन्होंने उद्योगों के कैंटीन में सब्जियों की सप्लाई के लिये समूहों की बाडिय़ों के साथ लिंकेज करने के लिये कहा। इसके साथ ही समूह द्वारा केलो रायगढ़ ब्रांड के नाम से तैयार किए जा रहे उत्पादों के विक्रय हेतु टाईअप करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी उद्योग प्रबंधन को पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन हेतु अपने उद्योगों के आसपास के क्षेत्रों में अधिक से अधिक पेड़ लगाने को कहा। साथ ही प्रदूषण को ध्यान में रखते हुये उद्योगों में हमेशा ईएसपी चालू रखने के निर्देश दिए। उद्योगों में परिवहन हो रहे सभी मालयान बड़ी गाडिय़ों के पीछे हिस्से को तिरपाल से ढंकने के निर्देश दिए, ताकि रास्ते में धूल न उड़े। जिससे आने-जाने वाले नागरिकों को कोई परेशानी न हो।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी उद्योग प्रतिनिधियों को बीते सत्र में दिए गए सीएसआर की राशि एवं इस वर्ष में दिए जाने वाले मांग के संबंध में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने सीएसआर मद की राशि समय पर देने की बात कही, ताकि जिले में उससे स्वीकृत विकास कार्य तेजी से पूरे किये जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों से कोविड की वजह से स्कूल बंद पड़े है, जिससे बच्चों को ऑनलाईन पढ़ायी करायी जा रही है, लेकिन जिले में कई बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं होने की वजह से वे पिछड़ जा रहे है, उन्होंने सभी उद्योगों को बच्चों के ऑनलाईन पढ़ाई के लिये ज्यादा से ज्यादा मोबाईल दान देने की बात कही। साथ ही उद्योगों को जिले में एजुकेशन के क्षेत्र में भी कार्य करने हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर सुश्री अभिलाषा पैकरा, मुख्य महाप्रबंधक जिला उद्योग श्री के.एल.उईके, जिंदल, एनटीपीसी, एसीसीएल सहित जिले में स्थापित सभी उद्योगों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कोविड की संभावित तीसरी लहर के लिये सावधानी बरतें उद्योग
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने सभी उद्योग प्रतिनिधियों को कोविड की संभावित तीसरी लहर के मद्ेनजर सावधानी बरतने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्राय: कोविड के केसेस उद्योग क्षेत्र से पहले आते है, क्योंकि वहां बाहर से वर्करों का आना-जाना होता रहता है, इसको ध्यान में रखते हुये बाहर से आने वाले वर्करों का कोविड टेस्ट करायें एवं उन्हें आईसोलेट करें, ताकि जिले में कोविड का संक्रमण न फैले। वैक्सीनेशन से छूटे सभी वर्करों का जल्द से जल्द टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। कोविड के समय उद्योगों द्वारा जिले में दिए गए अच्छे सहयोग के लिये कलेक्टर ने उपस्थित सभी उद्योग प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया।
