June 20, 2025

बिग ब्रेकिंग:- चांद पर तिरंगा..भारत ने रचा इतिहास..”चंद्रमा पर पहुंचा चंद्रयान”…

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सामना:- बुधवार 23 अगस्त का दिन भारत के ऐतिहासिक पन्नों पर दर्ज होगा। क्योंकि आज भारत ने तीसरी बार चांद की सतह पर कदम रखकर इतिहास रच दिया है।चंद्रयान-3 को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल बना हुआ था। सभी की नजरे बार-बार घड़ी की तरफ देख रही थी। चंद्रयान की सफलता के लिए देश-विदेश के मंदिरों में पूजा-अर्चना की जा रही थी इतना ही नहीं बल्कि मस्जिदों में लोग दुआएं की।  सभी की उम्मीदों,दुआओं का असर ये हुआ की ठीक शाम 6.04 बजे चंद्रयान ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की।भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक पल था जब दुनियाभर के लोगों की आज भारत के इस मिशन पर नजर बनी हुई थी। भारत की इस ऐतिहासिक जीत पर देश भर में अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद अब भारत चौथा ऐसा देश बना, जिसने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग पर इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई:- रायपुर, 23 अगस्त 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा से इस कठिन मिशन को पूरा कर इतिहास रच दिया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश और चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। देश के लोगों को इस उपलब्धि पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ नागरिकों की ओर से इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।

चंद्रयान-3 चांद की जानकारी पृथ्वी पर कैसे भेजेगा:- चंद्रयान-3 का जीवन काल आज से एक चंद्र दिवस यानी पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होगा। चंद्रयान-3 का लैंडर दो मीटर लंबा और दो मीटर चौड़ा है।वहीं उसकी ऊंचाई 116 सेंटी मीटर है।सबसे बड़ी बात की चंद्रयान-3 के संचार में उसका लैंडर बड़ी भूमिका निभाता है। रोवर के साथ साथ यह बेंगलुरु के पास बेलालू में इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क के साथ भी सीधा संवाद करेगा।