तेन्दुपत्ता तोड़ने वाले गरीबों को अभी तक नहीं मिला मेहनताना..कई बार कर चुके हैं फरियाद…

सामना:- सारंगढ़ बरमकेला विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम लिमपाली के 18 से 20 तेन्दुपत्ता संग्रहण कर्ता मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल पाया है। मई और जून की चिलचिलाती धूप मे पसीना बहाने वाले ये ग्रामीण मजदूर कई बार मुंशी और प्रबंधक से मिलकर फरियाद लगा चुके हैं लेकिन उन्हें इनकी मजदूरी अब तक नहीं मिल पाई है। आलम यह है कि खुद मुंशी का यह कहना है कि उनकी तरफ से कागजात ओके हैं बावजूद इसके मजदूरों का भुगतान अटका हुआ है जिसके अंतर्गत वह खुद भी शामिल है परेशान हो चुकी एक महिला हितग्राही का तो यहां तक कहना है कि यही हाल रहा तो ऐसे मे अब आने वाले सालों मे कभी भी तेन्दुपत्ता नहीं तोड़ेगे ।
क्या कहते हैं मजदूर:- मुंशी को तीन चार बार बोल चुके हैंं कोई निर्णय नहीं लिया है – अजय कुमार बरिहा।
हम कई बार प्रबंधक से मिल चुके हैं, हमारे समस्या का उचित निवारण नहीं हुआ है, पाँच महीने हो गए हमारा पैसा हमें नहीं मिला है- बिनोद कुमार यादव ।
जब भी मुंशी को बोलते हैं तो दो दिन मे जमा हो जाएगा तीन दिन मे जमा हो जाएगा बोलता है,आज 4, 5 महिना हो गया ना मुंशी नज़र आता है ना ही प्रबंधक नज़र आता है – मनोज कुमार यादव ।
पत्ता तोड़ने से पहले केवाईसी ( kyc) करवा चुके हैं हम सब – किशोर कुमार बरिहा।
मेरी तरफ से कागजात ओके है, और जिन मजदूरों को मजदूरी नहीं मिली है उनमे से एक मजदूर मैं भी हूँ – अभिमन्यु चौहान (मुंशी )
