ट्रेनें कैंसिल करने के विरोध में कांग्रेस 13 सितंबर को करेगी रेल रोको आंदोलन…कांग्रेस का दावा:-साढ़े 3 साल में 67 हजार से अधिक ट्रेनें हुईं कैंसिल…

सामना:- रायगढ़:- प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बिना वजह ट्रेन बंदी के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है।प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस हर तरफ से बीजेपी को घेरने की रणनीति बना रही है। इसी के तहत शनिवार को कांग्रेस कार्यालय में प्रेसवार्ता अयोजित की गई।प्रेसवार्ता को अतिथि वक्ता अभय नारायण ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बिना वजह ट्रेन बंदी के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी 13 सितंबर को प्रदेश के सभी ज़िला मुख्यालयों में रेल रोको आंदोलन करने जा रही है।रेलवे के खिलाफ यह आंदोलन चरणबद्ध चलेगा। नौ सितंबर को सभी प्रभारी अपने-अपने जिलों में प्रेसवार्ता लेंगे। इसमें केन्द्र सरकार की यात्री विरोधी रवैए की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाएंगे। फिर 10,11 व 12 सितंबर को पम्पलेट, पोस्टर के माध्यम से जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा।इसके बाद यदि केंद्र सरकार नहीं मानी तो 13 सितंबर को प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों पर रेल रोको आंदोलन किया जायेगा। इसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सभी जिला कांग्रेस कमेटी को निर्देश दे दिया है।
कांग्रेस का दावा साढ़े 3 साल में 67 हजार से अधिक ट्रेन कैंसिल:- कांग्रेस ने दावा किया है कि पिछले साढ़े तीन साल में 67 हजार 382 ट्रेनों को रद्द किया गया है।इस आंकड़े पीछे उन्होंने आरटीआई से प्राप्त जानकारी को आधार बताया है. उन्होंने मीडिया से कहा कि साल 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त की गई, साल 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त की गई, साल 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त की गई, साल 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें निरस्त की गई और बीते अगस्त महीने में 24 ट्रेनें रद्द की गई है. ये सभी ट्रेन छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनें है और येन मौके पर कैंसिल कर दी जाती है।
कांग्रेस का आरोप रेलवे को निजी हाथ में सौंपने की साजिश
छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेन लगातार कैंसिल होने के पीछे कांग्रेस ने कारण बताया कि यात्री ट्रेनों को जानबूझकर रद्द किया जाता है, कभी कोयले के आपूर्ति के नाम पर, कभी कोई और कारण बता कर यह विश्वसनीय यात्री सेवा भारतीय रेल को बदनाम करने की साजिश है ताकि लोग रेलवे से ऊब जाये और रेल को भी मोदी अपने उद्योगपति मित्र अडानी के हवाले कर सके. मोदी सरकार रेलवे की यात्री सुविधाओं को समाप्त कर इसे सिर्फ मालवाहक बनाना चाहती है और बाद में रेल को निजी हाथों में सौंपा जा सके इसका रास्ता बना रही है. ऐसा इसलिये कि यात्री ट्रेनों की अपेक्षा माल भाड़े में रेलवे को 300 से 400 प्रतिशत ज्यादा मुनाफा मिलता है.
यात्री कोयले के कारण खामियाजा भुगत रहे है
कांग्रेस ने ये भी दावा किया है कि बिलासपुर रेलवे जोन जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ आता है यहां से केवल माल भाड़े से केंद्र की मोदी सरकार 20 हजार से 22 हजार करोड रुपए हर साल कमाती है. लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता को रेलवे की सुविधा नहीं दे रही है. बीजेपी के 9 लोकसभा सांसद मौन बैठे है. वहीं बीजेपी की तरफ से ट्रेन कैंसिल होने के पीछे मेन्टेनेंस और रेलवे लाइन को अपडेट करने का दावा किया जाता है. इसपर भी कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि ट्रेन मेन्टेनेंस के कारण ट्रेनों को रद्द किया गया है तो फिर उसी रेलवे ट्रेक पर सवारी ट्रेन से 50 गुना ज्यादा वजनी मालगाड़ियों का परिचालन कैसे किया जा रहा है. इसके पीछे कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती रत्नगर्भा है.हमारे यहां कोयले का प्रचुर भंडार है. इसका मतलब यह तो नहीं कि खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा.
