June 21, 2025

भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव को विफल करने “ढाल बने सभापति जयंत ठेठवार”….पार्षदों को दिया एका का मंत्र…

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सामना:- रायगढ़:- भारतीय जनता पार्टी 15 सितंबर को रायगढ़ नगर निगम में महापौर जानकी काटजू के खिलाफ प्रस्ताव लाने वाली है। जिसके लिए कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने सुबह 11 बजे निगम में सम्मेलन बुलाया है।हालांकि रायगढ़ में 48 वार्डों वाले निगम में भाजपा के पास सिर्फ 21 पार्षद हैं लेकिन फिर भी भाजपा कांग्रेस के पार्षदों के समर्थन का दावा कर रही है। अंक गणित की बात करें तो भाजपा को अविश्वास प्रस्ताव पास कराने के लिये 32 पार्षदों की आवश्यकता होगी और ये 11 पार्षद उन्हें कांग्रेस से जुटाने होंगे। पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त प्रमोद दुबे ने मंगलवार को पार्षदों से वन टू वन चर्चा की। इस दौरान कांग्रेस पार्षदों की देर तक बैठक चली और अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रणनीति पर चर्चा भी हुई। कांग्रेस कांग्रेस इस कोशिश में है कि हर हाल में अविश्वास प्रस्ताव गिर जाए।

फिर ढाल बने सभापति जयंत ठेठवार:- विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में यह अविश्वास प्रस्ताव का पास होना पार्टी की साख पर बट्टा लगाने जैसा है। लिहाजा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ कांग्रेस के कद्दावर नेता नगर निगम सभापति जयंत ठेठवार एक बार फिर से शहर सरकार की ढाल बनकर खड़े हो गए हैं। सभापति जयंत ठेठवार ने अपनी तय रणनीति के अनुसार अपनी पार्टी की साख को हर हाल में बचाने अपने समर्थक पार्षदों को समझाइश देकर शहर से बाहर ले जाने में सफल हो गए हैं। यह पहली दफा नहीं है जब जयंत ने संगठन में कृष्ण रूपी सारथी की भूमिका अदा की है, जयंत ठेठवार ने अपनी अध्यक्षता में 15 सालों से विपक्ष का दंश झेल रहे कांग्रेसियों को एका का पाठ पढ़ाया और जीत का मूल मंत्र देते हुए जबरदस्त रणनीति बनाकर टीम मैनेजमेंट किया था।अविश्वास प्रस्ताव की खबर चलने के बाद राजनीतिक पंडितों द्वारा जयंत के बारे में कहा जा रहा था कि वे एकमात्र ऐसे नेता है जो भाजपा के किले को भेदने का सामर्थ्य रखते हैं तो अपने किले को बचाने का हुनर भी रखते हैं और भाजपा के इस अविश्वास पर पानी फेरने में जयंत की भूमिका बेहद खास होने वाली है।

क्या कहते हैं पार्षद लक्ष्मी साहू:– भाजपा द्वारा महापौर जानकी काटजू के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी की जा रही है जिसके लिए बीते दिनों पर्यवेक्षक प्रमोद दुबे ने सभी कांग्रेसी पार्षदों से चर्चा की थी इसके अलावा सभापति जयंत ठेठवार ने हम सभी पार्षदों को यह समझाया की संगठन के साथ रहने और उसके नियमों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है इसलिए सभापति जयंत की समझाईश पर हम 15 से 16 पार्षद उनके साथ शहर से बाहर हैं। जब भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव का कोरम ही पूरा नहीं होगा तो यह प्रस्ताव स्वत: ही ध्वस्त हो जायेगा।