हौसले की दास्तां… परिचय..पूजा जैन।

हौसले की दास्तां…अपने इस खास कॉलम में मेरी कोशिश है कि मैं उन शख्शियतों का परिचय लिखूं जिन्होंने अपने साधारण जीवन में भी अपने हौसले के दम पर कुछ अलग कर दिखाया है।जिसकी शुरुवात आज मैं पूजा जैन से कर रही हूं।
मैं आपका परिचय कराना चाहूंगी रायगढ़ शहर के अटल विहार कॉलोनी कोतरा रोड में स्थित फ्यूजन म्यूजिक एंड डांस क्लासेस की संचालिका एवं सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना श्रीमती पूजा जैन से जिनका मानना है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में संगीत और नृत्य हर व्यक्ति के जीवन में अत्यंत अहम भूमिका निभा रहा है।
बचपन से थी नृत्य एवं संगीत में रुचि : कथक नृत्यांगना पूजा जैन की बचपन से ही नृत्य एवं संगीत में विशेष रूचि थी। अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने कुछ प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लिया, परंतु पारिवारिक माहौल पढ़ाई का होने की वजह से कला के क्षेत्र में कुछ खास मुकाम हासिल नहीं कर पाई।

विवाह उपरांत शुरू की संगीत एवं नृत्य की शिक्षा : पूजा जैन का कहना है, कि उन्होंने अपनी संगीत एवं नृत्य की विधिवत शिक्षा विवाह उपरांत शुरू की। वे इसका श्रेय अपने पति श्री तनय जैन को देती हैं।
संयुक्त परिवार होने के बावजूद वे अपनी पढ़ाई एवं पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के साथ-साथ अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए लगातार प्रयासरत रही। उन्होंने शास्त्रीय संगीत में प्रभाकर की शिक्षा पूर्ण की एवं वर्तमान में खैरागढ़ विश्वविद्यालय से कथक नृत्य में एम ए की शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रस्तुति का मिला अवसर: वर्ष 2020 जनवरी माह में कटक (ओड़िशा) मैं आयोजित कटक महोत्सव में उन्हें प्रस्तुति देने हेतु निमंत्रण प्राप्त हुआ, जिसमें उन्हें अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतिभा अवार्ड से नवाजा गया। देश के विभिन्न शहरों जैसे दुर्ग,भिलाई, पुणे एवं नागपुर के कार्यक्रमों में भी अपनी प्रस्तुति देकर शहर एवं जिले का नाम रोशन किया। ना सिर्फ उन्होंने, बल्कि उनकी छात्राओं ने भी विभिन्न कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां दी एवं पुरस्कार प्राप्त किए। इन प्रस्तुतियों के लिए पूजा जैन को बेस्ट कोरियोग्राफी अवार्ड से सम्मानित किया गया।

वर्तमान में रायगढ़ शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान *कार्मेल कान्वेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल* में बतौर *संगीत शिक्षिका* अपनी जिम्मेदारी का बखूबी वहन कर रहीं है। पूजा जैन अपने मुकाम का श्रेय अपने पति, माता पिता एवं गुरुजनों श्रीमती इंदु राय तथा श्री उग्रसेन पटेल को देती हैं।
इनके हौसले और ज़ज़्बे के लिए ढ़ेर सारी शुभकामनाएं
