June 22, 2025

पिता का सहारा बनने बेटी चलाती है टी स्टाल….. बेटी के दिव्य निर्णय को ओपी चौधरी ने सराहा..

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सामना:- रायगढ़ :- चाय की प्याली ने देश की राजनीति में जो उफान लाया वह किसी से नही छुपा। देश के प्रधान मंत्री मोदी ने रेलवे स्टेशन में एक समय चाय भी बेची।भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी ओपी चौधरी कमला नेहरू उद्यान के समीप चाय बेचने वाली दिव्या बेटी के पास पहुंचे और इसका उत्साह वर्धन किया। अपने पिता का सहारा बनी इस बेटी के निर्णय की सराहना करते हुए ओपी ने कहा सनातन संस्कृति में कर्म को प्रधानता दी गई है। पिता का सहारा बनी बेटी दिव्या बेटो से कम नही। चाय बेचकर परिवार का भरण पोषण करने वाली 21 वर्षीय दिव्या यादव के बेरोजगार युवाओं के लिए भी प्रेरणा है।कुल्हड़ टी स्टॉल में उसकी बनाई चाय को भी ओपी ने बेहतरीन बताया। आज भागदौड़ के जीवन में मेहनत की प्रासंगिकता कम नही हुई है बल्कि आज चुनौतियां अधिक है। सरकारी नौकरी के अलावा बहुत से ऐसे आप्शन भी होते है जो जीवन सफर को सहज बनाते है। राजनीति हो या पढ़ाई या फिर व्यापार या सेवा का क्षेत्र कही भी बिना कठिन परिश्रम के लक्ष्य की प्राप्ति संभव नही है। 21 साल की युवा बेटी दिव्या के सामने भी बहुत सी चुनौतियां थी लेकिन उसने परिस्थितियों को दोष देने की बजाय स्वय को परिस्थिति के अनुकूल बनाया और पिता के काम में हाथ बटाया।मिठुमुड़ा निवासी के पिता राधे लाल यादव भी घर के समीप गुपचुप का ठेला लगाते है।पिता का स्वास्थ्य ठीक नही होने की वजह से वे नियमित दुकान नही खोल नहीं पाते। स्वास्थ्य पर अत्यधिक खर्चा एवम दुकान बंद रहने के कारण कमाई कम होने की वजह से घर चलाना कठिन हो रहा था ऐसी विषम परिस्थितियों में पिता का सहारा बनी दिव्या बेटी ने बीए सेकण्ड ईयर की नियमित पढ़ाई छोड़कर कमला नेहरू उद्यान के समीप कुल्हड़ टी स्टॉल खोल कर चाय बेचने का निर्णय लिया।इसके साथ साथ दिव्या प्राइवेट परीक्षा देने की तैयारी भी कर रही है। गृहणी माता के अलावा छोटा भाई के अलावा बड़ी बहन एमए सैकण्ड ईयर की तैयारी कर रही हैं। दिव्या से छोटी बहन 12वीं में अध्यन रत है। 14 वर्षीय छोटा भाई 10 वीं में अध्यन रत है। बीएड की परीक्षा पास कर शिक्षिका बनने की चाह रखने वाली दिव्या के साहसिक निर्णय की ओपी ने सराहनीय बताते हुए कहा हौसला बुलंद हो तो स्वय के दम पर सब कुछ किया जा सकता है। सुबह 6 से 10 व शाम को 4 से रात 9 बजे तक स्टॉल खोलने वाली दिव्या के मेहनत हौसले जज्बे को ओपी ने सैल्यूट भी किया।