सारंगढ़ सियासत:- भाजपा नेता ने पार्टी छोड़ बसपा का थामा हाथ…क्या बसपा बदलेगी अपना प्रत्याशी?…

सामना:- सारंगढ़:- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 85और कांग्रेस ने 30 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।जिसके बाद कई स्थानों पर दोनो ही दलों से प्रत्याशियों के विरोध में बगावत के सुर देखे जाने लगे हैं। भाजपा ने सारंगढ़ से शिवकुमारी चौहान को उम्मीदवार घोषित किया है। इस बात से नाराज होकर भाजपा से दावेदार मनोज लहरे ने सारंगढ़ बिलाईगढ़ के जिलाध्यक्ष सुभाष जालान को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।और आज मनोज लहरे ने बसपा का दामन थाम लिया है।कहा जा रहा है कि मनोज के बसपा में शामिल होने पर बहुजन समाज पार्टी के समीकरण में भी फेर बदल होने की संभावना है,हालांकि बसपा ने सारंगढ़ से नारायण रत्नाकर को प्रत्याशी घोषित कर दिया है,लेकिन अब मनोज लहरे के पार्टी में शामिल होने से उन्हें प्रत्याशी बनाने की चर्चाएं होने लगी हैं।ऐसे में यह देखना लाजिमी होगा कि क्या बसपा अपना उम्मीदवार बदलेगी यदि हां तो क्या बगावत के सुर बसपा में भी उठेंगे और ठीक चुनाव से पहले भाजपा नेता के पार्टी छोड़ने से सारंगढ़ में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है… वर्तमान में सारंगढ़ से कांग्रेस की विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े है प्रबल संभावना है कि कांग्रेस उत्तरी जांगड़े को पुनः प्रत्याशी घोषित करेगी इस लिहाज से भाजपा ने भी सारंगढ़ से महिला प्रत्याशी मैदान में उतारा है।गौरतलब है कि सारंगढ़ विधानसभा से मनोज लहरे ने दावेदारी की थी,लेकिन भाजपा ने प्रयोग करते हुए बहुसंख्यक सतनामी समाज के दावेदारों को साइड करते हुए गाड़ा समाज से प्रत्याशी का चयन किया है जिसे लेकर पार्टी मनोज लहरे नाराज़ चल रहे थे
