एमआईसी विवाद में नया मोड़…होगी एमआईसी भंग…भूपेश बघेल ने दी अनुमति…

एमआई सी में फेरबदल के मुद्दे से सियासी घमासान मचा हुआ है। पहले 4 पार्षदों के इस्तीफा देने से लेकर 18 पार्षदों के बागी होने की खबरें राजनीतिक गलियारों में हलचलें पैदा करती रहीं हर किसी के ज़ेहन में यह कौतूहल का विषय बन गया कि अगला मोड़ क्या होगा?अब इस राजनीतिक उठापटक मामले में जल्द ही नया मोड़ सामने आने वाला है जानकारी के मुताबिक महापौर जानकी काटजू मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने पहुंची थी वहां मंत्री उमेश पटेल ,नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया सहित सभी बड़े नेताओं से मुलाक़ात कर महापौर ने सारी स्थितियों की जानकारी दी उनसे मुलाक़ात करने के बाद महापौर ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया से एमआईसी भंग करने की अनुमति मिल गई है। मुख्यमंत्री ने शहर विकास का वादा किया है और जल्द ही नए सिरे से एमआईसी का गठन होगा उसके बाद शहर विकास कार्यों में तेज़ी आएगी।
निगम सभापति जयंत ठेठवार को लगेगा झटका..??
जयंत गुट को इस फैसले पर बड़ा झटका लगने की उम्मीद है क्योंकि अब जबनए सिरे से एमआईसी का गठन होगा तो ज़ाहिर है कि जयंत गुट के सदस्य इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे।
विधायक प्रकाश नायक की भूमिका:–
विधायक प्रकाश नायक ने इस समस्या को सुलझाने का पूरा प्रयास किया और एमआईसी के 2 पार्षदों द्वारा विधायक की राय पर ही फैसले की बात पर वे भी दबाव में थे अब इस मामले में भूपेश बघेल ने फैसला ले लिया है तो उनपर भी दबाव खत्म हो गया है।
मंत्री उमेश पटेल का हिसाब बराबर:–?
शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के समर्थक नरेंद्र नेगी को हटाए जाने और मंत्री बनने के बाद ज़िला संगठन द्वारा उनका सम्मान नहीं किए जाने के साथ ही एमआईसी गठन के वक़्त भी वे खामोश रहे लेकिन उनकी सारी ख़ामोशी का जवाब उन्होंने एक बार में ही बराबर कर दिया।
