अफगान से भारतीयों की लगातार वापसी..तालिबान सरकार ने शुरू किया अपना फरमान…भारत पर इसका असर…

अफगानिस्तान के हालात देख अन्य देशों के साथ ही भारत ने भी अपने नागरिकों और राजदूत को वापस बुला लिया है। रविवार को वायुसेना के एयरक्राफ्ट C17 से 129 भारतीयों को वापस लाया गया था वहीं आज वायुसेना के ग्लोबमास्टर से 150 भारतीयों और राजदूत को गुजरात सुरक्षित लाया गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम –सभी भारतीय जो लौटना चाहते हैं उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित ले आएंगे।
गृह मंत्रालय की ओर से इमरजेंसी में वीज़ा भी लागू कर दिया है गृह मंत्रालय की ओर से कुछ देर बाद बयान जारी किया जा सकता है।
हालात:–अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े से वहां दमनकारी शासन लागू हो चुका है।जिसके मुताबिक
महिलाओं को बुर्के में ही रहना होगा उन्हें काम करने और लड़कियों को स्कूल कॉलेज जाने की इजाजत नहीं होगी यहां तक कि कोई भी महिला बिना पुरूष के घर से बाहर नहीं निकल सकती। वहीं पुरुषों के लिए भी नियम है कि उन्हें 5 वक़्त की नमाज़ पढ़नी है साथ ही दाढ़ी कटवाने की इजाज़त नहीं होगी।तालिबान के खौफ से अफगानी पुलिस,सुरक्षकर्मी दहशत में अपनी वर्दी उतार कर छुप गए हैं। महिलाएं दहशत में हैं वे किसी तरह अपनी आज़ादी की दुआएं मांग रही हैं।तालिबान सरकार आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने नए शासन जारी कर सकता है।
काबुल एयरपोर्ट:–कबुल का एयरपोर्ट अभी भी अमेरिका के कब्जे में है अमेरिका अपने सैनिकों को निकालने 6000 सैनिक तैनात किए हुए है हज़ारों की तादाद में लोग वहां जमा हो चुके हैं।सभी किसी तरह अपने वतन लौटना चाहते हैं। काबुल और पंजशीर को छोड़कर पूरे हिस्से में तालिबान के कब्ज़ा हो चुका है।
भारत पर इसका असर:–
भारत अभी वेट एंड वॉच की स्थिति में है इसलिए भारत की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।तालिबान के शासन में भारत में कंधार जैसी घटनाओं का असर हो सकता है साथ ही भारत द्वारा
अफगानिस्तान में 22 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट भी है इसके पहले अफगान सरकार के साथ मिलकर भारत पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बनाए हुए थे अब पाकिस्तान तालिबान के साथ मिलकर कूटनीतिक दबाव भारत पर बनाएगा।आने वाले समय में आज भारत को तय करना होगा कि उसे अपने संबंध किस तरह रखने हैं।
