June 20, 2025

संजना ने मुझे धक्का मारा इसलिए मिजाज़ उखड़ा:–बरखा सिंह…जिसे समझा सीसीटीवी वो निकला टूटा होल्डर… किसने बनाया वीडियो ?…

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सामना न्यूज़:-रायगढ़:-
अतिक्रमण हटाने के नाम पर कल सोमवार को कांग्रेस नेत्रियों के बीच मचे घमासान से कांग्रेस की राजनीति भारी ठंड के बीच गरमा गई है। इस चैप्टर ने दो धड़ों में बट चुकी कांग्रेस को विपक्ष में बैठी भाजपा के लिए चर्चा का विषय बना दिया।नगर निगम में भी कांग्रेस पार्षद इस मामले को लेकर दो धड़ो में बंटते नज़र आ रहे हैं।एक तरफ़ पार्षद संजना शर्मा के पक्ष में सभापति जयंत ठेठवार के साथ ही दर्जन भर पार्षदों ने उच्च शिक्षा मंत्री व विधायक प्रकाश नायक से मुलाकात कर कांग्रेस अध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष बरखा सिंह ने भी विधायक प्रकाश नायक से मुलाक़ात कर अपना पक्ष रखा है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि प्रदेश स्तर पर पहुंच चुके इस मामले में किस मोड़ पर आकर विराम लगेगा? इसका पटाक्षेप… किसके लिए सुखद…और किसके लिए दुःखद साबित होगा….?? कल हुए घटनाक्रम पर एक रिपोर्ट:–

क्या है सच्चाई सीसीटीवी कैमरे की:-इस पूरे मामले में सोशल मीडिया पर यह कहा जाने लगा कि सीसीटीवी कैमरे की जांच करवाई जाएगी जिसमें सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी। यहाँ तक कि ये भी खबरें निकलने लगीं कि सीसीटीवी कैमरे का ख़राब होना किसी साजिश की ओर इशारा कर रहा है लेकिन सच्चाई तो यह है कि सभापति महोदय के चेम्बर में लगे जिस सीसीटीवी कैमरे के फुटेज जांच या ख़राब होने की बात की जा रही थी वो दरअसल उस केबिन में लगा बल्ब का टूटा हुआ होल्डर निकला।

क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई:- वायरल हुए वीडियो में जिलाध्यक्ष के चेहरे और उनके द्वारा प्रयोग किए गए अश्लील शब्दों को साफ़ तौर पर देखा व सुना जा सकता है।कहा यह भी जाने लगा कि वीडियो अधूरा है जिसमें जानबूझकर केवल जिलाध्यक्ष का हिस्सा एडिट कर पेश किया गया है।सूत्रों की मानें तो शोर शराबे की आवाज़ सुनकर वह वीडियो बाहर से सभापति के केबिन में दाखिल होते हुए एक शख्स ने बनाया है जिसका कांग्रेस या भाजपा दल से कोई लेना देना ही नहीं था।


बरखा सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि:-
संजना शर्मा ने व्यक्तिगत द्वेष की भावना से मुझे परेशान करने के लिए निगम के तोड़ू दस्ते को मेरे निवास पर भेजा जबकि निगम की कार्रवाई संजना शर्मा के वार्ड नं 26 में की जा रही थी और मेरा मकान वार्ड क्र.27में है। मेरा निवास पूर्णतः वैध तरीके से निर्मित है। बावजूद इसके संजना शर्मा ने हमेशा की तरह मुझसे व्यक्तिगत द्वेष रखते हुए मेरे निवास को तोड़वाने की बात कही। जब सभापति महोदय से इस मामले में बात करने मैं उनके केबिन पहुंची तो शुरुवात संजना शर्मा ने की और मुझे धक्का देकर गिरा दिया और गालियां दी तब मैंने भी आवेश में आकर उसे जवाब दिया।मैं मानती हूं कि गाली गलौज करना उचित नहीं था जो आवेश में मैंने किया लेकिन संजना शर्मा ने इसके लिए मुझे उकसाया था।


क्या कहते हैं पार्षद प्रभात साहू:-कल जब निगम में ये घटना हुई उस वक़्त पार्षद प्रभात साहू वहां मौजूद थे।इस मामले में जब हमने जानना चाहा कि इस पूरे मामले की सच्चाई क्या है तो उन्होंने कहा कि:- निगम में शुरुवात बरखा सिंह ने की थी। उन दोनों के बीच मामला जो भी था उसे शांतिपूर्ण तरीके से भी हल किया जा सकता था या फिर संगठन के ऊपर छोड़ दिया जाना चाहिए था,लेकिन नगर निगम में इस तरह से जिलाध्यक्ष द्वारा गाली गलौज करना सर्वथा अनुचित था।हमने हाईकमान से इस मामले में संज्ञान लेने और जिलाध्यक्ष बरखा सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।

क्या कहते हैं विधायक:- विधायक प्रकाश नायक का कहना है कि दोनों ही महिला पार्षद नेत्रियों ने उनसे मुलाकात कर अपना अपना पक्ष रखा है पूरे घटनाक्रम से पार्टी हाई कमान को अवगत कराया गया है।इस मामले में पार्टी हाईकमान ही फैसला लेंगे।

इधर इस मुद्दे पर विपक्ष ने भी हल्ला बोल दिया है ।इस मामले में विपक्ष की प्रतिक्रिया क्या है यह जानने जब हमने नेता प्रतिपक्ष भाजपा नेत्री पूनम सोलंकी से बात की तो उन्होंने कहा कि:-इस मामले में कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष की गलती है जिसकी मैं कड़ी निंदा करती हूं चाहे मामला जो भी हो उन्हें इस तरह से अश्लील शब्दों, गाली गलौज का प्रयोग नहीं करना चाहिए था।इस पर अवश्य संज्ञान लिया जाना चाहिए,एफआईआर भी दर्ज़ कर जिलाध्यक्ष को बर्खास्त किया जाना चाहिए।