कई राज्यों में चोरी करने वाला बांग्लादेशी गिरोह चढ़ा रायगढ़ पुलिस के हत्थे….
महिला समेत गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार.. जिले की 4 चोरियों का हुआ खुलासा….

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-विगत करीब डेढ़ माह से जिले के रिहायशी इलाकों के साथ कॉलोनियों में सुनियोजित तरीके से अज्ञात चोर सूने मकानों में चोरी को अंजाम दे रहे थे । एक के बाद एक चोरियों की बड़ी घटनाओं को एसपी अभिषेक मीणा ने गंभीरता से लेते हुए सभी मामलों की स्वयं समीक्षा कर साइबर सेल और जिले के विभिन्न थाना के प्रभारी व स्टाफ की संयुक्त टीम बनाई जिन्हें अलग- अलग जिम्मेदारी सौंपी गई । इसी बीच साइबर सेल की टीम को सिलसिलेवार चोरियों में एक कॉमन लिंक मिला, जांच में लगी अन्य टीम की जानकारी भी उसी लिंक पर मेल हुआ जिसके बाद टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर संदिग्धों का लोकेशन पुलिस टीम को मिली जिसके आधार पर दो अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल की ओर रवाना किया गया। लगभग 1 सप्ताह के अथक प्रयास पर रायगढ़ पुलिस की टीम ने आरोपियों के ठिकाने पश्चिम बंगाल में रेड की जहां एक महिला से कड़ी पूछताछ में जानकारी मिली कि आरोपीगण उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जाकर रुकते हैं अक्सर यह काम धंधे के बहाने ऐसे स्थानों में रुकते हैं जहां आम लोगों का आना जाना कम हो, ये लोग कबाड़ बीनने फेरी करने, सफाई का काम, एसी सुधारने जैसे काम कर लोगों को अपना परिचय दिया करते थे और मौका देखकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे । इनके गिरोह का सरगना मोहम्मद खालिद है जो अपने साथियों के साथ हर जिले में नए वेशभूषा के साथ रुकता और अपराध को अंजाम देता था । इनकी टीम भारत-बांग्लादेश के अंतिम सीमा में बसे गांव को अपना ठिकाना बनाकर रखे हुए थे यहां वह चोरी के माल को बांग्लादेश तथा पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में खपा रहे थे । आरोपीगण चोरी की संपत्ति से कई बहुमूल्य जमीनों की खरीदी मकानों की खरीदी की जानकारी पुलिस को मिली है और यह अक्सर चोरी की गाड़ी का प्रयोग कर रहे थे ।जूटमिल के पार्क सिटी में चोरी में भी आरोपियों द्वारा जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया है पुलिस की जांच में उसके पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा क्षेत्र में चोरी की जानकारी मिली है आरोपियों में तीन फरार हैं जिनकी पहचान पुलिस को मिल चुकी है । अन्य जिलों की पुलिस से जिले की पुलिस संपर्क में है जिनकी शीघ्र धरपकड़ की जाएगी ।
आरोपियों का खुलासा- आरोपी छत्तीसगढ़ आने पर सांगीतराई-तुर्कमुड़ा में घर किराये पर रहते थे । रायगढ़ के बड़ी-बड़ी कालोनियों की रेकी कर चिन्हांकित करके रात में उसमें चोरी किया करते थे । सबसे पहले चक्रधरनगर में केलो विहार में 23-24 जून की दरमियानी रात मिलकर चोरी किये जिसमें चांदी का पाजेब, चांदी का छल्ला, बिछिया, पायल, चांदी का सिक्का एवं सोने के आभुषण तथा नकदी रकम मिली था । इसके बाद दिनांक 03-04 जुलाई की दरमियानी रात कृष्णाविहार कालोनी में एक सूने मकान में सेंट्रल लॉक को तोड़कर घर में घुसकर सोने, चांदी के आभुषण तथा पूजा की थाल, एवं चांदी के सिक्के चोरी किये कि इसके बाद दिनांक 11-12 जुलाई की दरमियानी रात बोईरदादर मालीडीपा के एक सूने मकान का ताला तोड़कर जेवरातों की चोरी और दिनांक 16-17 जुलाई की दरमियानी रात पार्क सिटी कालोनी में चोरी की।चोरी के बाद माल का आपस में बटवारा किये। अफसर मंडल अपनी बहु छबिकुन के पास अपना कुछ हिस्सा रखा था। आरोपिया छबिकुन नहर बिबी मण्डल माल बेचने में भी सहयोग करती थी।
