मनोज अग्रवाल पर हुए हमले में शामिल चार युवकों की गिरफ्तारी….. गिरफ्तारी के बाद भी एबीवीपी करेगी एसपी कार्यालय का घेराव..

सामना न्यूज़:-रायगढ़:-22 सितंबर की शाम एबीवीपी नगरमंत्री मनोज अग्रवाल के साथ मारपीट मामले में चक्रधरनगर पुलिस द्वारा 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।दरअसल 22 सितम्बर को मनोज अग्रवाल और शाश्वत पंडा के साथ बोईरदादर अमित मेडिकल स्टोर्स के पास मारपीट मामले में मनोज अग्रवाल द्वारा थाना चक्रधरनगर में लिखित आवेदन पर आरोपियों के विरूद्ध मारपीट, बलवा की धाराओं पर अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना के संबंध में प्राप्त मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धारा 307 IPC विस्तारित की गई । घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज एवं स्थानीय मुखबिरतंत्र के माध्यम से फुटेज में दिख रहे युवकों की पहचान कराई गई जिसमें फाहद अली, पोरस सोनी, मनीष चौहान व सफेद शर्ट पहने एक युवक की पहचान ओम मिश्रा निवासी विजयपुर चक्रधरनगर के रूप में हुई जिसके बाद चक्रधरनगर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये लगातार पतासाजी कर रही थी। 21 सितंबर को मनोज अग्रवाल, परमवीर सिंह एवं अन्य द्वारा चारों गिरफ्तार युवकों के साथ मारपीट किया गया था इसी मारपीट को लेकर फाहद अली, ओम मिश्रा, पोरस सोनी, मनीष चौहान चारों ने मनोज अग्रवाल को टारगेट कर मारपीट की।
गिरफ्तारी के बाद भी होगा आन्दोलन:-हमले में शामिल चार युवकों की गिरफ्तारी के बाद भी 29 सितंबर को एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा आक्रोश रैली व पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया जाएगा। एबीवीपी प्रदेश मंत्री मनोज वैष्णव का कहना है कि दबाव में आकर पुलिस ने यह गिरफ्तारी की है इतना ही नहीं राजनीतिक संरक्षण के कारण पुलिस प्रशासन ने इस घटना में शामिल एनएसयूआई नेता आरिफ़ हुसैन की गिरफ्तारी नहीं की गई है इसके अलावा कॉलेज में एडमिशन के नाम पर हो रही धांधली पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।हमारी मांग है कि धारा 307 के तहत आरिफ हुसैन की भी गिरफ्तारी की जाए।इसलिए 29 सितंबर को हम रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर अपनी मांग रखेंगे।
क्या कहते हैं एनएसयूआई नेता आरिफ हुसैन:-मैंने पहले भी कहा था कि यह विवाद एबीवीपी और कैंटीन संचालकों के मध्य का है। हुए हमले से मेरा या किसी एनएसयूआई कार्यकर्ता का कोई संबंध नहीं है।जब मैंने हमला किया ही नहीं तो गिरफ्तारी किस बात की?जिस दिन यह घटना हुई मैं वहां मौजूद ही नहीं था और यह प्रमाण मैं पुलिस को भी दे चुका हूं।यह सब कुछ भाजपा द्वारा माहौल ख़राब करने की दृष्टि से किया जा रहा है। गिरफ्तार चारों युवक एनएसयूआई कार्यकर्ता नहीं है।
