कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनज़र सीनियर सिटीजन को दोनो डोज़ न लगना ख़तरे की घण्टी….
डॉक्टरों समेत स्वास्थ्य कर्मियों ने साढ़े 6 माह बाद भी नहीं लिया दूसरा डोज़….
95 हजार हेल्थ वर्करों ने नहीं लगवाई दूसरी डोज़…

केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी और संभावित तीसरी लहर में सबसे पहले हेल्थ वर्करों को टीके लगाने का निर्णय लिया था। स्वास्थ्य विभाग के अफसर-कर्मचारियों का यह हाल है कि प्रदेश के 9 फीसदी हेल्थ वर्कर ने पहली और 28 फीसदी ने दूसरी डोज नहीं लगाई है।
प्रदेश में केवल 32 फीसदी को सिंगल और 7 फीसदी लोगों को दोनों डोज लग चुका है। प्रदेश में शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर में23 फीसदी लोग अभी दूसरी डोज नहीं लगवाए हैं।
कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सीनियर सिटीजन को दोनों डोज नहीं लगना खतरे की घंटी है। सीनियर सिटीजन में 87 फीसदी को पहली और केवल 28 फीसदी को दोनों डोज लगी है। जो ख़तरे की घण्टी है।
18 से 44 वर्ष वालों में पहली डोज 28 और दूसरी डोज केवल 0.8 फीसदी लोगों को लगी है। जो कि चिंताजनक है।1 मई से उनके लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है। तीन माह में कम लोगों को टीके लग पाए हैं।
