आस्था में डूबी महिला ने शिवलिंग पर चढ़ाई जीभ …पढ़िए लोहरसिंह गांव की महिला भक्त के जीभ काटने की अनोखी दास्तां….

लोहरसिंह निवासी 60 वर्षीय पद्मिनी नायक पर भगवान शिव की आस्था का ऐसा जूनून सवार हुआ कि उन्होंने सोमवार की सुबह शिव मंदिर में जाकर अपनी जीभ काट ली और उनकी अपनी तपस्या जारी है।हालांकि उन्होंने जीभ का छोटा सा टुकड़ा काटा है और बात कर पा रही हैं।
कल से उन्होंने सिर्फ़ दूध ही पिया है।
जानकारी के मुताबिक 60 वर्षीय पद्मिनी नायक और परिवार के अन्य सदस्य रोज़ सुबह 4/5 बजे तक उठ जाते हैं।सोमवार की सुबह भी अपनी दिनचर्या के मुताबिक़ पद्मिनी नायक सुबह उठीं लेकिन घर के बाकी सदस्यों की नींद उस दिन नहीं खुली
घर में काम करने वाली बाई ने तकरीबन 6:30बजे सबको जगाया,लेकिन पद्मिनी नायक घर में नहीं दिखी थोड़ी देर बाद किसी ने घर पर जानकारी दी कि वह शिवमंदिर में हैंऔर उन्होंने अपनी जीभ काट ली है।तब परिवार वाले तुरंत मंदिर पहुंचे और घर चलने के लिए उन्हें मनाया लेकिन पद्मिनी नायक ने कहा कि वह 10 दिन बाद स्वयं घर आ जाएंगी ।
उनके बेटे डोल कुमार नायक (नगर मंडल अध्यक्ष)ने मीडिया को जानकारी दी कि उनके परिवार में किसी को भी जानकारी नहीं थी कि वह ऐसा कुछ करने वालीं हैं।इससे पहले जब उनकी माता जी 15 वर्ष की थीं तब भी उन्होंने ऐसा ही किया था और 3 दिनों बाद घर वापस आ गईं थीं।
ऐसे कई मामले प्रायः सुनने और देखने में आते हैं जब लोग आस्था के नाम पर अपने अंगों को काटकर अर्पित करते हैं।धार्मिक मान्यताओं की अगर बात करें तो अपनी किसी मन्नत को पूरा करने के लिए ऐसा किया जाता है। उस क्षेत्र में इससे पहले भी अन्य लोगों द्वारा ऐसा किया जा चुका है।

