Hit and run law:- 25 लाख से अधिक ट्रकों के पहिए थमे…स्कूल,कॉलेज बसें भी प्रभावित..

सामना:- ड्राइवर यूनियन की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। हिट एंड रन कानून में ज्यादा सजा-जुर्माने का विरोध में देशभर में करीब आधे ट्रकों के पहिए थम चुके हैं। विरोध में शामिल होने वाले ड्राइवरों की संख्या धीरे बढ़ती जा रही है।
ड्राइवर रोड पर ट्रक छोड़कर जा रहे हैं।उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब और उत्तराखंड में आज हालात बिगड़ सकते हैं।
25 लाख से अधिक ट्रकों के पहिए थमे:- मौजूदा समय 95 लाख से ज्यादा ट्रक पंजीकृत हैं, इनमें से 70 लाख ट्रक एक समय में रोड पर चलते हैं।इसमें से 30 से 40 फीसदी ट्रक रास्ते में खड़े हो गए हैं।इस हिसाब से अनुमान लगाया जाए तो एक साथ चलने वाले 70 लाख ट्रकों में से करीब 25 लाख से अधिक ट्रकों के पहिए थम गए हैं। इस तरह जल्द ही जरूरी सामान की सप्लाई प्रभावित हो सकती है।
स्कूल कॉलेज के बस भी प्रभावित:- हिट एंड रन मामले में बनाए गए कानून को वापस लेने की मांग कर इस के खिलाफ लगातार चालक प्रदर्शन कर रहे हैं. चालक शहर की तरफ से आने वाली गाड़ियों को रोक रहे हैं।साथ ही नारेबाजी भी कर रहे हैं।आंदोलनकारी ड्राइवर्स छोटी गाड़ी, कार समेत आम जनता की गाड़ियों को जाने दे रहे हैं,जबकि स्कूल बस, ऑटो, जीप, सामान ढोने वाली गाड़ियों को रोका जा रहा है. पुलिस की समझाइश के बाद भी ड्राइवर्स मानने को तैयार नहीं हैं. प्रदर्शन को देख कई स्कूल कॉलेज बस को लौटना पड़ा इसके अलावा कई मालवाहक गाड़ियों को भी रोक दिया गया।
आल इंडिया मोटर ट्रांसपार्ट कांग्रेस (गैर राजनीतिक ) ने आज दोपहर में इस संबंध में देशभर के ट्रांसपोर्ट यूनियनों की बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
देशभर के तमाम राज्यों में केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून का जमकर विरोध हो रहा है।ड्राइवरों के साथ तमाम ट्रांसपोर्ट यूनियनें इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतर आई हैं। तमाम जगह आज भी चक्का जाम और बसों-ट्रकों की हड़ताल की सूचना है।इस हड़ताल में प्राइवेट बसों, ट्रकों से लेकर सरकारी महकमे में शामिल प्राइवेट बसें भी शामिल हो रही हैं।
