August 6, 2025

ब्रेकिंग न्यूज़:-अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत…मिला 7 पेज का सुसाइड नोट…

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सामना न्यूज़:–अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की उनके आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
उनका शव प्रयागराज के अल्लापुर स्थित बांघबरी गद्दी मठ के एक कमरे में फंदे से लटका मिला है। ख़बर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।मौके पर मिले छह सात पेज के सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि से प्रताड़ित होने की बात का जिक्र है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम से मौत की वजह साफ होगी। सुसाइट नोट की हैंड राइटिंग की भी जांच होगी।
मठ के भीतर केवल आला पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम हैं। संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है।

अपने बयानों को लेकर अक़्सर चर्चा में रहने वाले नरेंद्र गिरि प्रयागराज के बाघंबरी मठ के महंत थे और संगम किनारे प्रसिद्ध बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी भी थे।पिछले दिनों उनका अपने शिष्य और योग गुरु आनंद गिरि के साथ हुआ विवाद काफ़ी सुर्ख़ियों में था।
आनंद गिरि को उन्होंने अखाड़ा परिषद और बाघंबरी मठ से निष्कासित कर दिया था। उस वक़्त दोनों ने एक-दूसरे पर बेहद गंभीर आरोप लगाए थे।

विवादों से नाता:–गिरि पहली बार तब विवादों में आए थे जब साल 2015 में ही उन्होंने सचिन दत्ता नाम के एक रियल स्टेट व्यवसायी को महामंडलेश्वर की उपाधि दी थी।
इसके अलावा मठ और संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर से भी करोड़ों रुपये की आमदनी होती है. नरेंद्र गिरि का उनके शिष्य आनंद गिरि से इसी बात को लेकर विवाद हुआ था।आनंद गिरि ने आरोप लगाया था कि नरेंद्र गिरि ने कई बीघे ज़मीन बेच दी है और पैसा अपने रिश्तेदारों को दे दिया है