June 19, 2025

रावल मल जैन दंपत्ति हत्याकांड में आरोपी बेटे को हाईकोर्ट ने दी राहत..फांसी की सजा उम्रकैद में तब्दील

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सामना- छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दुर्ग जिले के चर्चित रावल मल जैन दंपत्ति हत्याकांड में उनके आरोपी बेटे संदीप जैन को राहत देते हुए दुर्ग कोर्ट द्वारा दी गई फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया है। वही साथ दो सह अभियुक्त शैलेंद्र और गुरु दत्ता की 5-5 साल की सजा को खारिज कर उन्हें दोष मुक्त कर दिया है।


1 जनवरी 2018 को दुर्ग के गंजपारा निवासी संदीप जैन ने अपने पिता रावल मल जैन और मां सुरजा बाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी।पुलिस ने मामले में उसे पिस्टल और कारतूस बेचने वाले कालीबाड़ी दुर्ग निवासी भगत सिंह गुरूदत्ता और गुरूनानक नगर दुर्ग निवासी शैलेंद्र सागर को भी आरोपी बनाया था।पुलिस द्वारा दर्ज एफआइआर के अनुसार एक जनवरी 2018 को संदीप जैन ने दुर्ग के गंजपारा स्थित मकान में अपने पिता रावल मल जैन और मां सुरजा बाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय यह मामला काफी चर्चित हुआ था।मामले की सुनवाई करते हुए दुर्ग जिला कोर्ट ने संदीप जैन को फांसी की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ संदीप ने अपने वकील नके माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस इनके चंद्रवंशी के डिवीजन बेंच में हुई। याचिका की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने मुख्य अभियुक्त व याचिकाकर्ता संदीप जैन की फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया है।

संपत्ति से बेदखली का सता रहा था डर:- पुलिस की पूछताछ में आरोपी संदीप ने पुलिस को बताया था कि उसके पिता रावल मल जैन रूढ़ीवादी विचारधारा के थे। उनको महिला मित्रों से मिलना पसंद नहीं था। वे कई बार उसे अपनी संपत्ति से बेदखल करने की धमकी भी दे चुके थे। इससे कारण ही उसने अपने पिता को मारने की साजिश रची थी।

देसी पिस्टल व कारतूस से की थी हत्या:- संदीप ने पिता की हत्या करने के लिए एक देसी पिस्टल और कारतूस खरीदा था। देसी पिस्टल और कारतूस कालीबाड़ी दुर्ग निवासी भगत सिंह गुरूदत्ता (47 वर्ष) और गुरूनानक नगर दुर्ग निवासी शैलेंद्र सागर (47 वर्ष) ने बेचा था। इसलिए मामले में दोनों आरोपितो को जिला न्यायालय ने पांच-पांच साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। जिसे हाईकोर्ट ने बदलकर उन्हें दोषमुक्त कर दिया है।